बड़वानी। कहा जाता है कि अपने पितरों को मुक्ति दिलाने के लिए भगीरथी ने पहाड़ों को काटकर गंगा को जमीन पर उतारा था। इसी तरह बड़वानी के ज्ञानसिंह ने अकेले ही पहाड़ काटकर रास्ता निकालने का बीड़ा उठाया और तीन साल की अथक मेहनत से अपने गांव वालों का जीवन आसान बना दिया। बड़वानी जिले के निवाली से 7 किमी दूर गुमडिय़ा खुर्द फलिया में रहने वाले 40 वर्षीय ज्ञानसिंह निंगवाल के इस साहस को आज सभी सलाम कर रहे हैं। ज्ञानसिंह कहते हैं- गुमडिय़ा खुर्द से निवाली जाने के लिए पहले करीब 5 किमी का पहाड़ पार करना पड़ता था। बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाने, पीने के लिए पानी सहित अन्य जरूरतों के लिए रोज पहाड़ की चढ़ाई करनी पड़ती थी, जो लोगों के लिए समस्या बना हुआ था। इसे देखते हुए ज्ञानसिंह ने पहाड़ काटकर राह बनाने का लक्ष्य बना लिया। लगातार प्रयास, परिवार व फलिया के लोगों की मदद से राह आसान हो गई। करीब तीन साल पहले 2011 में पहाड़ काटने का काम शुरू किया था, जो आज पूरा हो चुका है।