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भिलाई। कृष्णा पब्लिक स्कूल, नेहरू नगर भिलाई के वार्षिकोत्सव इंद्रधनुष-2014 में बच्चों ने देश की गंगा-जमुनी संस्कृति की सतरंगी छटा बिखेरी। इसमें एक तरफ जहां दक्षिण के शास्त्रीय नृत्य मोहिनी अट्टम की झलक थी, वहीं पंजाब के भांगड़ा की अल्हड़ मस्ती भी थी। एक तरफ सुदूर पूर्वोत्तर की पहाडिय़ों की झलक थी तो दूसरी तरफ समसामयिक इंडो वेस्टर्न की चमक भी थी। नृत्यों को पेश करते बाल एंकरों ने भी कमाल किया।
रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ शिव कुमार पाण्डेय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर गागंजलि एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन तथा भिलाई के वरिष्ठ शिक्षाविद आईपी मिश्र, भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिशासी निदेशक वाय के डेगन विशेष रूप से उपस्थित थे। >>>
समारोह को संबोधित करते हुए कृष्णा पब्लिक ग्रुप के चेयरमैन वरिष्ठ शिक्षाविद एमएम त्रिपाठी ने गीता के श्लोकों को उद्धृत करते हुए कहा कि परिणाम पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है। हम परिणाम के कारक भी नहीं है। हमें केवल अपना कत्र्तव्य करते रहना है। केपीएस की सफलता के पीछे भी यही सूत्र काम करता है। बच्चे, उनके माता पिता, शाला के शिक्षकवृंद, शाला का प्रबंधन सब अपना अपना काम निष्ठा के साथ कर रहे हैं। नतीजे अपने आप बोल रहे हैं। उन्होंने वरिष्ठ शिक्षाविद आईपी मिश्रा को अपना प्रेरणा स्रोत बताते हुए कहा कि उन्होंने ही दिशा दिखाई। आज हम जो कुछ भी हैं, उसके पीछे उन्हीं की प्रेरणा काम कर रही है।
केपीएस के सीनियर प्रिंसिपल आनंद त्रिपाठी ने केपीएस परिवार के निरंतर बढ़ते कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि एक छोटी से शुरुआत से आज केपीएस नेहरू नगर, केपीएस सुन्दर नगर, केपीएस दुर्ग, केपीएस रायपुर, केपीएस डुंडा, केपीएस नया रायपुर, केपीएस सरोना तक विस्तृत हो गया है। उन्होंने इस सफलता का श्रेय संस्था के चेयरमैन एमएम त्रिपाठी तथा शिक्षक वृंदों, बच्चों एवं उनके पालकों की मेहनत और निष्ठा को दिया। उन्होंने बताया कि संस्था के चेयरमैन ने कमजोर आय वर्ग के बच्चों के लिए ज्ञानाश्रम की भी स्थापना की है जहां 500 बच्चे नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केपीएस ने निर्णय किया है कि कमजोर आर्थिक स्थिति वाले परिवारों के मेधावी बच्चों को वह नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करेगा।