गुनगुनी धूप में नाचना-गाना
भिलाई। आज के व्यस्त जीवन में सुबह-सुबह उठते तो बहुतेरे लोग हैं किन्तु घर से बाहर निकलते-निकलते 10 बज ही जाते हैं। ऐसे में जब एक मीडिया ग्रुप ने लोगों…
मेरे घर के पास मत रखो डस्टबिन
भिलाई। स्वच्छ भारत अभियान की राह के रोड़ों को स्थानीय जयंती स्टेडियम में अतृत्प आनंद की टीम ने बखूबी प्रस्तुत किया। दर्पण कला केन्द्र की प्रस्तुति नुक्कड़ नाटक – नया…
इन बच्चों के शरीर में नहीं बनता खून
भिलाई। देश के 4 करोड़ लोग थैलेसीमिया जीन से प्रभावित हैं। विकसित थैलेसीमिया मरीजों के शरीर में खून नहीं बनता। इन्हें प्रतिवर्ष सिर्फ जिन्दा रहने के लिए 2 लाख रुपए…
हर रूप मेें सेवा करती है मां
भिलाई। ‘नानी बाई रो मायरो’ के अंतिम दिन जब व्यासगद्दी से श्रीजया किशोरी ने मां की ममता, उसकी सेवा और त्याग का वर्णन किया तो लोगों की आंखों से आंसू…
किसी की गरीबी का उपहास उचित नहीं
भिलाई। श्रीराधा-कृष्ण मंदिर नेहरू नगर में ‘नानी बाई रो मायरो’ की कथा सुनाने पहुंची कथाव्यास जया किशोरी कहती हैं कि रिश्तेदारियों में गरीबी का अकसर उपहास होता है किन्तु यह…