नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को कहा कि उन्हें यह बताने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि वह 15 साल पहले एक होटल में बर्तन धोती थीं। उन्होंने कहा कि इस बात से उन्हें बहुत गर्व महसूस होता है, क्योंकि हमारा देश संभावनाओं का देश है। विज्ञान भवन में शिक्षा मंत्रियों की बैठक में ईरानी ने देशभर में व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास को आधार बनाकर शिक्षा प्रणाली बनाने पर जोर देते हुए यह बात कही। more
उन्होंने कहा कि हमारे देश में व्यक्ति को देखकर अवसर नहीं मिलते। सभी को आगे बढऩे और बराबरी का हक है। उन्होंने तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा में बड़े सुधारों का ऐलान किया।
केंद्रीय विश्वविद्यालयों और संस्थानों में अगले शिक्षा सत्र से कौशल विकास को ध्यान में रखते हुए सामान्य पढ़ाई के साथ-साथ व्यावसायिक पढ़ाई की डिग्री लेने के लिए सभी राज्यों में ‘क्रेडिट फ्रेमवर्क फॉर स्किल प्रणाली लागू करने की अपील की है।
अखिल भारतीय तकनीकी परिषद यानी एआईसीटी ने व्यावसायिक क्रेडिट प्रणाली तैयार की है। इसके तहत स्कूल और विश्वविद्यालय की पढ़ाई बीच में छोडऩे के बाद भी छात्र प्रोफेशनल शिक्षण संस्थानों की डिग्री ले सकते हैं। छात्र कॉलेज में उच्च शिक्षण संस्थान में भी दाखिल ले सकते हैं। मंगलवार को मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के सम्मेलन में इस प्रणाली को लागू करने की अपील की गई।
अगले शैक्षिक सत्र से देशभर में पांच हजार कॉलेजों में व्यावसायिक शिक्षा देने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रणाली में किसी तरह की शिकायत को दूर करने के लिए यूजीसी में एक प्रकोष्ठ भी बनेगा। मानव संसाधन मंत्रालय ने इस मुद्दे पर सर्वसम्मति बनाने के लिए मंगलवार को राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की बैठक बुलाई थी।
तमिलनाडु और महाराष्ट्र ने इस प्रणाली को लागू करने में कई अड़चनों का जिक्र किया। इसके मद्देनजर एक संयुक्त कार्यबल का गठन भी किया गया है। यूजीसी में यह प्रकोष्ठ स्थापित किया जाएगा, जिससे छात्रों की समस्याओं को सुलझाया जाएगा।