भिलाई। जीडी रूंगटा कालेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में मेडिसिनल तथा एरोमेटिक प्लांट्स रिसर्च पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन मुख्य वक्ता डॉ एमपी ठाकुर (डीन, संत कबीर कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर एवं रिसर्च स्टेशन, कवर्धा, ने बताया कि भारत द्वारा विदेशों में प्रतिवर्ष लगभग 8500 करोड़ रूपये के मेडिसिनल प्लांट निर्यात किये जाते है। कर्नाटक राज्य बायोडाइवर्सिटी के क्षेत्र में भारत में अग्रणी है। उन्होने इस बात पर दु:ख तथा रोष जताया कि हम लोगों की लापरवाही तथा शहरीकरण एवं औद्योगिकीकरण के कारण ये पौधे विलुप्त होते जा रहे है।संगोष्ठी में औषधि युक्त एवं सुगंधित पौधों की जैव विविधता के संदर्भ में उनका संग्रहण, संरक्षण एवं विशेषताओं की चर्चा की गई। >>>प्रथम दिवस आयोजित संगोष्ठी की कार्यकारिणी सचिव श्रीमती प्रगति शुक्ला ने कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह का परिचय देते हुए संगोष्ठी का उद्देश्य हर्बल रिचर्स में जागरूकता बढ़ाना एवं आनुवांशिक संसाधनों को सुरक्षित रखना है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्माननीय अतिथियों का स्वागत सजावटी व सुगंधित पौधे भेंट कर किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष, सह अध्यक्ष तथा सभी आमंत्रित वक्ताओं को महाविद्यालय परिवार की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इस अवसर पर स्मारिका का उद्घाटन भी किया गया। इस स्मारिका मे 150 शोध सारांश का संकलन किया गया है।
निर्णायक मंडल द्वारा पढ़े गये विशेष शोध पत्र हेतु रविश्ंाकर चौहान व यतिका गोखले को प्रमाण पत्र दिया गया एवं सांत्वना प्रमाण पत्र अंकिता दास एवं विक्रांत विश्वकर्मा को प्रदान किया गया। विशेष पोस्टर हेतु दो समूह सिपयानी दलाल और तारीनी साहू व कुसुमलता एवं रश्मि इंगोले को प्रमाण पत्र दिया गया।
आरंभ में प्रथम दिवस आयोजित संगोष्ठी का सारांश कार्यकारणी सचिव श्रीमती प्रगति शुक्ला के द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन नेहा एस खान ने किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ केएल तिवारी रजिस्ट्रार-आयुष एवं स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रायपुर, सह अध्यक्ष डॉ एसके जाधव प्रोफेसर एंड हेड, एसओएस बायोटेक, पं. रविशंकर शुक्ल विश्विविद्यालय, रायपुर, विशिष्ट अतिथि डॉ पी सलूजा व डॉ बीएम लाल, संतोष रूंगटा ग्रुप ऑॅफ इंस्टीट्यूशन्स की ओर से डायरेक्टर टेक्निकल डॉ सौरभ रूंगटा, डायरेक्टर एफएंडए सोनल रूंगटा, डायरेक्टर एचआर एंड प्लेसमेंट महेन्द्र श्रीवास्तव, डायरेक्टर मार्केटिंग एंड सीओओ एवं कार्यक्रम के संयोजक संजीव शुक्ला, डायरेक्टर आरसीईटी डॉ. एसएम प्रसन्नकुमार, प्रिंसिपल आरईसी डॉ. अजय तिवारी, प्रिंसिपल आरसीपीएसआर डॉ. डीके त्रिपाठी, बायोटेक्नोलॉजी विभागाध्यक्ष अजय सिंह, कार्यकारिणी सचिव- श्रीमती प्रगति शुक्ला व डॉ. अरूणिमा कारकुन, विज्ञान समिति की प्रभारी सुश्री सीमा वर्मा एवं अन्य सहायक प्राध्यापकगण उपस्थित थे। कार्यकारिणी सचिव डॉ अरूणिमा कारकुन ने धन्यवाद ज्ञापन किया।