पुणे। पुणे के पूर्व पुलिस कमिश्नर को केवल इसलिए अपने पद से हाथ धोना पड़ा था कि उन्होंने भूत से खूनी का पता लगाने की कोशिश की थी। मामला था कुरीतियों से लडऩे वाले ऐक्टिविस्ट डॉ. नरेंद्र दभोलकर की हत्या का। पुलिस कमिश्नर गुराब राव ने इसके लिए प्लैनचेट (आत्मा से संपर्क का एक टोटका) का इस्तेमाल किया था। 71 वर्षीय दाभोलकर कालाजादू और अन्य अंधविश्वासों के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा में विधेयक लाने की कोशिश कर रहे थे।