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आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग का बढ़ रहा क्रेज

Jun 23, 2015

automobile engineering, sonal rungta, saurabh rungtaभिलाई। वर्तमान में आॅटो कंपोनेंट मैन्युफैचरर्स तथा आॅटोमोबाईल इंडस्ट्रीज में तेजी से हो रही ग्रोथ की वजह से युवाओं के लिये आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नित नई संभावनायें जन्म ले रही हैं। आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग के अंतर्गत मुख्यत: फोर- व्हीलर, टू-व्हीलर, परिवहन एवं मालवाहक वाहनों तथा संबंधित इंजीनियरिंग सिस्टम्स की डिजाईनिंग, डेवलपिंग, मैन्युफैक्चरिंग, टेस्टिंग एण्ड रिपेअरिंग आदि से संबंधित कार्य होता है। इसके अलावा उत्पाद की मैन्युफैक्चरिंग तथा डिजाईनिंग की उत्कृष्टता के लिये मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक, सॉफ्टवेयर तथा सेफ्टी इंजीनियरिंग की सहायता ली जाती है। Read more
आॅटोमोबाइल क्षेत्र ने युवाओं के कैरियर निर्माण की दिशा में संभावनाओं के नये द्वारा खोल दिये हैं वहीं संबंधित सहायक इंजीनियरिंग की ब्रांचों के लिये भी रोजगार के क्षेत्र में उत्प्रेरक का कार्य कर रही है।
विदेशी ब्रांड भी भारत में ले रहे रूचि
आॅटोमोबाइल सेक्टर की हो रही ग्रोथ के साथ-साथ इंडियन आॅटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर अपने उद्योगों का प्रसार कर रहे हैं वहीं भारत में इस सेक्टर में संभावनाओं को देखते हुए फॉरेन ब्रांड्स भी अपने प्लांट यहां स्थापित कर रहे हैं। इसके चलते इस सेक्टर तथा इससे जुड़े सहायक सेक्टर्स में रोजगार संभावनायें तेजी से बढ़ रही हैं। गौरतलब है कि विगत दिनों संतोष रूंगटा कैम्पस में आयोजित आॅटो एचआर कॉनक्लेव में आॅटोमोबाइल क्षेत्र की प्रतिष्ठित नेशनल तथा मल्टीनेशनल कंपनियों बीएमडब्लू, फोर्ड, टाटा, टीवीएस, इंगरसॉल रेण्ड, राने ग्रुप, एसएल ल्यूमेक्स, जॉनसन कंट्रोल, एनएसके कंपनियों के शामिल वरिष्ठ एचआर अधिकारियों ने आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग की वर्तमान तथा भविष्य की आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला था। उन्होंने बताया था कि आॅटोमोबाइल सेक्टर में हो रही तेज ग्रोथ के चलते प्लेसमेंट के लिहाज से आॅटोमोबाइल ब्रांच से इंजीनियरिंग कर रहे युवाओं का भविष्य उज्जवल है तथा इस क्षेत्र में रोजगार के असीम अवसर प्राप्त होंगे।
राज्य में सिर्फ संतोष रूंगटा समूह कॉलेजेस में है उपलब्ध यह ब्रांच युवाओं के आॅटोमोबाईल इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा अब राज्य में ही उपलब्ध हो गई है। युवाओं के इस स्वप्न को साकार करने में प्रमुख भूमिका निभाई है राज्य में विगत डेढ़ दशक से क्वालिटी इंजीनियरिंग की शिक्षा उपलब्ध करा रहे संतोष रूंगटा समूह ने। छत्तीसगढ़ में पहली बार बीई कोर्स के अंतर्गत आॅटोमोबाईल इंजीनियरिंग की ब्रांच संतोष रूंगटा समूह के भिलाई के कोहका में संचालित रूंगटा कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी (आरसीईटी-भिलाई) तथा रायपुर में नंदनवन के पास संचालित रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज (आरईसी-रायपुर) में इस वर्ष प्रारंभ की गई है।
इस नई आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग ब्रांच की सभी सीटें उपरोक्त कॉलेजेस में इसी वर्ष से प्रवेश हेतु उपलब्ध हैं। संतोष रूंगटा ग्रुप प्रदेश का पहला एवं इकलौता समूह है जिसके कॉलेजों में आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग की ब्रांच संचालित करने की अनुमति मिली है।
एक्सपर्ट व्यू
आॅटोमोबाइल इंडस्ट्री भारत में बहुत ही तेजी से प्रगति कर रही है और युवाओं में आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग के प्रति सदैव से खासा क्रेज रहा है। ऐसे में आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग ब्रांच युवाओं की पहली पसंद बनती जा रही है। इसकी प्रमुख वजह आॅटोमोबाइल इंजीनियर्स की रोजगार के क्षेत्र में बढ़ती हुई डिमांड है। इसमें वाहन बनाने वाली कंपनियों के साथ-साथ इससे जुड़े क्षेत्र जैसे सर्विस स्टेशन, इंश्योरेंस कंपनियों, ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन जैसे क्षेत्रों में भी युवा आॅटोमोबाइल इंजीनियर्स के लिये स्कोप है। अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर आॅटोमोबाइल इंजीनियर्स के लिये आॅटोमोबाइल डिजाइनर, प्रोडक्शन इंजीनियर, अंडरबॉडी इंजीनियर, ड्राइवर इंस्ट्रूमेन्टेशन इंजीनियर, मैकेनिकल डिजाइन इंजीनियर, क्वालिटी इंजीनियर के रूप में कार्य करने के पर्याप्त अवसर हैं।
– डॉ. सौरभ रूंगटा
डायरेक्टर (टेक्निकल), संतोष रूंगटा ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स

आॅटोमोबाइल सेक्टर में भागीदारी का प्रयास
आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग की इस नई ब्रांच के सिलेबस को इस सेक्टर की वर्तमान तथा भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए विषय विशेषज्ञों की सलाह तथा उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप डिजाईन किया गया है। आॅटोमोबाइल ब्रांच प्रारंभ करने का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के युवाओं की तेजी से ग्रोथ कर रहे आॅटोमोबाईल सेक्टर में भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु किया गया एक प्रयास है। आज आॅटोमोबाइल सेक्टर में रोजगार के क्षेत्र में बूम आया हुआ है। इसका प्रमुख कारण औद्योगीकरण तथा शहरीकरण से फोर व्हीलर, टू-व्हीलर तथा माल-वाहकों की संख्या में दिन-दुनी रात-चैगुनी हो रही वृद्धि है।
– सोनल रूंगटा
डायरेक्टर (एफ एण्ड ए), संतोष रूंगटा ग्रुप आॅफ, इंस्टीट्यूशन्स

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