भिलाई। बच्चों का अटेंशन स्पैन, वह वक्त जितनी देर वह किसी एक विषय या व्यक्ति पर अपना फोकस रख पाता है, में तेजी से गिरावट आ रही है। दस वर्ष पहले जहां वह 12 मिनट तक एकाग्रता के साथ किसी विषय को समझ पाता था वहीं अब वह केवल 5 मिनट तक ही एकाग्रता के साथ कोई एक कार्य कर पाता है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव अध्यापन-अध्ययन पर पड़ा है। टीचर्स और एजुकेटर्स के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गई है। इसी चुनौती की खाई को पाटने का प्रयास कर रहा है एक्स्ट्रामार्क्स एजुकेशन प्रा. लि.। इस ध्येय के साथ कि जहां भी एक पढ़ने वाला बच्चा है, वहां एक्स्ट्रामार्क्स को होना चाहिए, संस्था द्वारा एनगेज में फोरम चलाया जा रहा है। Read Moreइसके तहत किसी एक शहर के अलग-अलग स्कूलों के प्राचार्यों, विषय विशेषज्ञों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वे अपने अनुभवों और सुझावों को साझा कर सकें।
एक्स्ट्रामार्क्स के महाप्रबंधक विक्रम सिंह, छत्तीसगढ़ प्रमुख पीयुष तिवारी, भिलाई प्रमुख विशाल पाण्डेय ने बताया कि एक्स्ट्रामार्क्स 360 ने इस खाई को पाटने की कोशिश की है। शिक्षण-अध्ययन को रोचक बनाने, बच्चों की रुचि विषय में बनाए रखने तथा क्लासरूम जैसी सुविधा उसे घर पर उपलब्ध कराने के लिए हमने विभिन्न टूल्स डेवलप किए हैं और कर रहे हैं। जेन-जेड विषयों को रुचिकर बनाए रखते हुए उन्हें लैपटॉप, आईपैड, पीएसपी, ब्लाग तथा पॉडकास्टिंग डिवाइसेस पर उपलब्ध करा रहा है। इससे न केवल अध्ययन-अध्यापन आसान हुआ है बल्कि विषय भी रुचिकर हो गया है।
होटल जैन इन में आयोजित एनगेज मी सेमीनार में शहर के 50 से अधिक स्कूलों के प्राचार्य और विषय विशेषज्ञ उपस्थित हुए। इनमें से माइलस्टोन अकादमी की निदेशक डॉ ममता शुक्ला, पद्मश्री श्रीमती भवानी राव, हेरीटेज स्कूल के निदेशक बृजमोहन उपाध्याय, मदनमोहन उपाध्याय ने भी अपने सारगर्भित विचार रखे। मौके पर एक्स्ट्रामार्क्स के ट्रेनर एकता आनंद, स्कूल रिलेशनशिप आॅफिसर आर्या एस कुमार भी उपस्थित थे।