भिलाई। संतोष रूगटा समूह द्वारा अपने निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर एक्टिविटी) के तहत कोहका में संचालित किये जा रहे जी.डी रूंगटा कॉलेज आॅफ सांइस एण्ड टेक्नोलॉजी (जीडीआरसीएसटी) के शिक्षा विभाग के तत्वावधान में दुर्ग सेंट्रल जेल की महिला कैदियों को विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु 5-दिवसीय स्वरोजगार प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। रूंगटा ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमेन संतोष रूंगटा ने ऐसे सामाजिक कार्यों को महत्वपूर्ण बताते हुए समूह की ओर से ऐसे आयोजनों हेतु अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। Read More
डायरेक्टर टेक्निकल डॉ. सौरभ रूंगटा, डायरेक्टर एफ एण्ड ए सोनल रूंगटा, डायरेक्टर एडमिन प्रो. जे.पी. शर्मा तथा सीओओ साइंस कॉलेजेस संजीव शुक्ला ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसे सामाजिक हित में अत्यंत आवश्यक कदम बताया।
प्रशिक्षण शिविर के दौरान पहले दिन कार्यक्रम के आरंभ में महिला कैदियों को ध्यान व योग का प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें यह बताया गया कि योग का अर्थ है, जुड़ना अर्थात अपने शरीर, मन और आत्मा को योग के द्वारा एक साथ कर सकते है। योग प्रशिक्षण के अंतर्गत विभिन्न योगासन जैसे अनुलोम विलोम, भ्रामरी, रेचन करवाया गया जिसमे सभी महिला केदियो ने सक्रिय रूप से भागीदारी की। इसी श्रृंखला में दूसरे दिन महिला कैदियों को ध्यान, योग तथा राजयोग का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण के तीसरे एवं चौथे दिन पॉलिथिन की उपयोगिता समाप्त करने पेपर बैग बनाने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। पांचवे एवं अंतिम दिन महिला कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु बेस्ट आऊट आॅफ वेस्ट के तहत् नारियल के छिलके (बुच), पानी बोतल, दवाई की बोतल इत्यादि से हैण्डीक्राफ्ट आईटम बनाना सिखाया गया। इसके अलावा इन महिला कैदियों के साथ रह रहे बच्चों को भी अनेक उपयोगी जानकारियां प्रदान की गईं।
कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण तथा सफल आयोजन में शिक्षा विभाग से कॉलेज की एचओडी प्रीति गुरूनानी तथा सहायक प्राध्यापिकाओं स्वाति श्रीवास्तव, वाणी कापसे, दुर्गा त्रिपाठी, गीतिका अग्रवाल, विद्या पाटिल, ज्योति मिश्रा, कंप्यूटर साइंस विभाग से रूबी कैम्बो तथा बायोटेक विभाग से सहायक प्राध्यापिकाओं डॉ. अरूणिमा कारकून तथा सीमा वर्मा का उल्लेखनीय योगदान रहा। दुर्ग सेंट्रल जेल की जेलर श्रीमती ध्रुव द्वारा संतोष रूंगटा समूह द्वारा सामाजिक सरोकार को ध्यान में रखते हुए आयोजित किये गये इस 5- दिवसीय स्वरोजगार प्रशिक्षण शिविर को सराहना की एवं इसे महिला कैदियो हेतु अत्यंत उपयोगी बताया।