भिलाई-3। अहिवारा विधायक सांवला राम डाहरे ने कहा है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को आज की व्यवस्था देखकर निराशा होती है। आजादी के बाद यदि हम डॉ. खूबचंद बघेल के विचारों पर चले रहते तो आज छत्तीसगढ़ की स्थिति कुछ और होती। श्री डाहरे यहां डॉ खूबचंद बघेल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित डॉ खूबचंद बघेल जयंती एवं वृक्षारोपण समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महापुरुषों के जाने के बाद उनका अभाव महसूस होता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से महाविद्यालय का अतिरिक्त कमरों हेतु एक करोड़ का अनुदान स्वीकृत हुआ है एवं जनभागीदारी मद से जिम, कैंटीन एवं कार पार्किंग बनाए जाने की स्वीकृति हुई है। Read More
कार्यक्रम के अध्यक्ष ललित बघेल ने कहा कि डॉ. खूबचंद बघेल के विचारों का मूलभाव था कि सभी प्रान्तों के लोग छत्तीसगढ़ में मिलजुल कर रहें। विशिष्ट अतिथि ओम प्रकाश वर्मा ने कहा की डॉ. खूबचंद बघेल ने भारतीय समाज को जगाने का कार्य किया था। उन्होंने अपने धन एवं व्यक्तिगत स्वार्थों का त्याग कर देश एवं समाज की सेवा को सर्वोच्च स्थान दिया।
प्रारंभ में हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ शैलेन्द्र कुमार ठाकुर ने डॉ खूबचंद बघेल का जीवन परिचय दिया। प्राचार्य डॉ राधा पांडेय ने डॉ खूबचंद बघेल के जीवन को अनुकरणीय बताया। उन्होंने कहा कि देश की उन्नति के लिए उनके विचारों का अनुसरण किया जाना चाहिए। विशेष अतिथि बलराम चंद्राकर ने कहा कि डॉ. खूबचंद बघेल ने उस समय के दुर्गम क्षेत्र छत्तीसगढ़ में मनवा कुर्मी समाज में जन्म लिया एवं डॉक्टर होते हुए भी स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया एवं स्वाभिमान की लड़ाई लड़ी। हमें उनके विचारों से प्रेरणा लेते हुए छत्तीसगढ़ की अस्मिता की रक्षा करना चाहिए।
कार्यक्रम में सुशील शर्मा, डॉ राधेश्याम वर्मा, अश्विनी बघेल, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष विपिन चंद्राकर, समाज सेवी ललित बघेल, कुर्मी समाज के सम्मानित सदस्यगण, महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में विधायक के करकमलों से डॉ. खूबचंद बघेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके पश्चात परिसर में वृक्षारोपण किया गया। परिसर में विधायक सांवला राम डहरे, उपस्थित अतिथिगण, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. राधा पाण्डेय, महाविद्यालय स्टाफ, एनएसएस, एनसीसी कैडेट एवं छात्रों द्वारा वृक्षारोपण किया गया।
अंत में जनभागीदारी अध्यक्ष विपिन चंद्राकर ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि डॉ. खूबचंद बघेल ने 69 वर्ष का जीवन छत्तीसगढ़ के लिए दिया एवं उनके विचारों का पालन किया जाना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ श्रीमति अल्पना देशपांडे के द्वारा किया गया।