भिलाई। एमजे कालेज की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर का मानना है कि उद्यमिता के क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए सबसे पहले अपने भीतर के डर को भगाएं। उन्होंने एक कहानी के माध्यम से इसको विस्तार से समझाया। श्रीमती विरुलकर अपने कालेज में आयोजित उद्यमिता विकास कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रही थीं। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि टपर वेयर की क्षेत्रीय अधिकारी श्रीमती रंजु खोसला ने भी इस अवसर पर अपने अनुभवों को साझा किया। प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच ने इस अवसर पर छात्र-छात्राओं से कार्यशाला में मिले अनुभवों का लाभ लेते हुए अपने जीवन में आगे बढऩे की सलाह दी। कार्यशाला का आयोजन तमिलनाडु की आईसीटीएसीटी के मार्गदर्शन में किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के 50 विद्यार्थियों ने इसमें शिरकत की। कार्यक्रम का संचालन रासेयो अधिकारी ज्योति प्रकाश कनौजे ने किया।