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स्वरुपानंद कालेज में कार्यकुशलता कार्यशाला

Jun 25, 2016

shri-swaroopananda-collegeभिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में आईक्यूएसी सेल द्वारा ऑफिस एवं तकनीकी कर्मचारियों की कार्यकुशलता में अभिवृद्धि पर तीन दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. मोहम्मद इम्तियाज अहमद डिप्टी लाईब्रेरियन पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय थे। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने की।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये आईक्यूएसी सेल प्रभारी स.प्रा. श्रीमती श्वेता दवे ने कहा कार्यालयीन स्टॉफ महाविद्यालय की रीढ़ की हड्डी के समान है, क्योंकि महाविद्यालय से संबंधित समस्त जानकारियां व आंकड़े हम कार्यालय से ही प्राप्त करते हैं। वैसे ही पुस्तकालय महाविद्यालय का केन्द्र बिन्दु हैं जहां विद्यार्थी अपने विषय की तैयारी से लेकर परियोजना कार्य की सामग्री भी प्राप्त करते हैं। अत: ग्रंथालय रिकार्ड व ऑफिस रिकार्ड को कैसे व्यवस्थित रखा जा सकता हैं इसका प्रशिक्षण इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था।
डॉ. मोहम्मद इंतियाज अहमद ने महाविद्यालय की सराहना करते हुये ई-रिसोर्स व सर्चइंजिन की जानकारी दी। इम्पैक्ट फैक्टर वाले जर्नल, इपीजी पाठशाला, ई विद्वान के बारे में जानकारी दी। यह सभी नि:शुल्क सर्च इंजन हैं। जिसमें हम अपने विषय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्या डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने कहा हम अपने समस्त क्रियाकलापों व रिकार्ड के लिये कार्यालय पर निर्भर होते हैं अगर ऑफिस के रिकार्ड व्यवस्थित नहीं हैं, वहां से डेटा प्राप्त नहीं हो रहा हैं, तो कार्य करने में परेशानी होती है। वस्तुत: कार्यालय ही महाविद्यालय की धुरी होता है। महाविद्यालय के कुशलतापूर्वक संचालन के लिये कार्यालय के फाईलों का व्यवस्थित होना अत्यंत आवश्यक है।
द्वितीय दिवस के पहले सत्र में डॉ रेणु महेश्वरी प्रोफेसर जीवविज्ञान (शासकीय महाविद्यालय रायपुर) ने बेसिक लैब टेकनीक की जानकारी दी। स्टॉक रिकार्ड रखना, उपकरणों की देखभाल व लैब में क्या सावधानियों पर विस्तार से जानकारी दी।
द्वितीय सत्र के मुख्यवक्ता दुर्ग विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. एस.के. त्रिपाठी ने ऑफिस स्टॉफ के आटोमेशन से संबंधित जानकारी दी एवं बताया की एक बड़े डेटा बेस में फाइलों का कैसे विषय आधार व तिथि के आधार पर इंडैक्स बनाया जा सकता है, जिससे समय पर सटीक जानकारी प्राप्त हो सके।
तृतीय सत्र में विश्वनाथ यादव महाविद्यालय के समाज शास्त्र की प्रो. डॉ. सपना शर्मा ने ऑफिस कर्मचारियों का पालक, छात्र व शिक्षकों के साथ कैसा व्यवहार होना चाहिये पर जानकारी दी।
तृतीय दिवस में दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर.एन सिंह ने बजट, क्रयलेखा, सत्यापन, अंकसूची का विवरण छात्रवृत्ति का वितरण आदि से संबंधित रिकार्ड को कैसे व्यवस्थित रखना है के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं बताया कि किसी भी वस्तु के क्रय पश्चात् विक्रेता से सत्यापन प्रमाण पत्र अवष्य लेना चाहिए तथा हमारा रिकार्ड ऐसा होना चाहिये कि समय पर तुरंत मिले अन्यथा समय व श्रम व्यर्थ जाता हैं।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि शासकीय विश्वनाथ यादव महाविद्यालय दुर्ग के प्राचार्य डॉ. एस.सी. तिवारी ने लैब टैकनिक की जानकारी दी व आईक्यूएसी सेल की सराहना करते हुये कहा कि प्राध्यापकों के लिये हर बार कार्यशाला का आयोजन किया जाता हैं। पर पहली बार कार्यालयीन कर्मचारियों व लाइब्रेरियन के लिये कार्यशाला का आयोजन किया गया इसके लिये महाविद्यालय धन्यवाद के पात्र हैं।
संदीपनी एकेडमी अछोटी, आर.पी. कॉलेज धनोरा, रुंगटा महाविद्यालय, एम.जे. कॉलेज, कल्याण महाविद्यालय, शंकराचार्य नर्सिंग महाविद्यालय, सेंटथॉमस महाविद्यालय, जगतगुरु शंकराचार्य महाविद्यालय, पं.जे.एल.एन. महाविद्यालय चांपा के प्रतिभागी सम्मलित हुये।
मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन आईक्यूएसी प्रभारी स.प्रा. श्रीमती श्वेता भारद्वाज ने किया। योगेश देशमुख ने विशेष योगदान दिया।

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