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स्वरुपानंद कालेज में युवा उत्सव का आगाज

Sep 29, 2016

swaroopanand1भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय अन्र्तमहाविद्यालयीन युवा उत्सव सृजन का उद्घाटन सत्र प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर सामाजिक, खेल, षिक्षा व साहित्य, कला के क्षेत्र में अपना योगदान देकर छ.ग. की ख्याति विष्व में फैलाने वाले पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे, पद्मश्री जॉन मार्टिन नेल्सन, पद्मश्री श्रीमती शमशाद बेगम को महाविद्यालय परिवार की ओर से अभिनंदन पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने की।
swaroopanand3 swaroopanand2कार्यक्रम संयोजिका डॉ. श्रीमती स्वाति पाण्डेय ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये प्राचार्या डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने कहा अन्र्तमहाविद्यालयीन युवा उत्सव प्रतियोगिता ‘सृजनÓ का उद्देश्य दुर्ग जिले से विश्वविद्यालय में श्रेष्ठ प्रविष्टियॉं भेजना है जिससे अधिक से अधिक पुरस्कार हमारे दुर्ग जिले को मिले। पद्मश्री प्राप्त विभूतियों को एक मंच पर एकत्रित करने का उद्देष्य यह था कि जिनके पद्मश्री मिला है वह उनके लगन व परिश्रम का प्रतिफल हैं। ऐसे ही हमारे विद्यार्थियों में जो प्रतिभा हैं। उसके लिये समपर्ण भाव से कार्य करें तो भविष्य में भी विद्यार्थी अंचल का नाम रोशन कर सकते हैं।
पद्मश्री डॉ सुरेन्द्र दुबे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये कहा मुझे सम्मान मिला यह बड़ी बात नहीं है बड़ी बात है जन्म छ.ग. में हुआ। हमें अपनी माटी अपनी जन्मभूमि पर अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए। अंग्रेजी आपको पैकेज दे सकती है अच्छी नौकरी दे सकती है पर मातृ भाषा हमें संस्कार देती है। युवा उत्सव के आयोजन पर बधाई दी व कहा विद्यार्थियों को आगे बढऩे के लिये मंच प्रदान करता हैं।
पद्मश्री जॉन मार्टिन नेल्सन ने युवा पीढ़ी की दिशा हीनता पर अपनी चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा आप किसी के जैसे बनने की कोशिश न करें। आप जैसे हैं वैसे बने रहें क्योंकि ईश्वर ने आपको सबसे अलग बनाया है। निस्वार्थ होकर कार्य करें। प्रकृति आपको सहयोग जरुर करेगी।
पद्मश्री शमशाद बेगम ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों की तारीफ करते हुये कहा महाविद्यालय के विद्यार्थी बहुत संस्कारी है बच्चे के जन्म लेते ही मां – बाप यह निर्णय ले लेते है बच्चा क्या बनेगा डॉक्टर या इंजीनियर बच्चा क्या बनना चाहता है यह बच्चे से नहीं पूछा जाता। पहले लड़कियों को नहीं पढ़ाया जाता था। इसकी पीड़ा मुझे थी मैं चाहती हूं हमारी बेटियां पढ़ें। अभी गुण्डरदेही ब्लाक का शिक्षा का स्तर 77 प्रतिशत हैं। 3000 सहायता समूह हैं, 45 हजार महिलायें जूड़ चुकी है। महिलाओं को आगे बढ़ाना हमारा उद्देश्य है। उन्होंने बालोद जिले में चलने वाली महिला कमाण्डो व शराब बंदी के बारे में जानकारी दी।
प्राचार्या ने प्रथम सत्र के अंत में अतिथियों को अभिनंदन पत्र भेंट किया।
द्वितीय सत्र युवा उत्सव का आगाज एकल शास्त्रीय नृत्य व समूह लोक नृत्य से हुआ, जिसमें दुर्ग-भिलाई महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपनी मनभावन प्रस्तुतियां दे दर्शकों का मन जीत लिया व महाविद्यालय प्रांगण तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। एकल शास्त्रीय नृत्य में प्रथम आई रीता प्रवीण सेन गुप्ता सेंट थॅामस महाविद्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय अनुष्का सेंट थॅामस महाविद्यालय ने प्राप्त किया व तृतीय स्थान पर राशि शर्मा स्वरुपानंद महाविद्यालय ने प्राप्त किया।
समूह लोक नृत्य में भारत की छवि साकार हो उठी प्रथम आई स्वरुपानंद महाविद्यालय की समूह ने रामधुनी पर आधारित छ.ग. लोक नृत्य प्रस्तुत किया वही द्वितीय आये मंषा महाविद्यालय के खुशबू समूह ने भांगड़ा नृत्य प्रस्तुत कर पंजाब की छवि साकार कर दिया। तृतीय स्थान ज्योतिका समूह स्वरुपानंद महाविद्यालय को प्राप्त हुआ। जिन्होंने छ.ग. सुवा नृत्य एवं गौरा नृत्य कर दिपावली आने की आहट दी।
एकल समूह नृत्य में निर्णायक के रुप में प्रकाश उमरे व श्रीमती राखी राय उपस्थित हुई।
कार्यक्रम में मंच संचालन श्रीमती नीलम गांधी विभागाध्यक्ष वाणिज्य व धन्यवाद ज्ञापन युवा उत्सव प्रभारी डॉ. श्रीमती स्वाति पाण्डेय ने किया। द्वितीय सत्र में मंच संचालन छात्र आकांक्षा शर्मा बी.कॉम अंतिम वर्ष ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक/ प्राध्यापिकायें व छात्र/छात्रायें सम्मलित हुये।

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