Santosh Rungta Campus में बोले HR Experts
भिलाई। राष्ट्रीय स्तर के HR Experts का मानना है कि इंजीनियरिंग छात्रों के लिए इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग कम से कम छह महीने की होनी चाहिए। इसके लिए Technical Universities को अपने करिकुलम को लचीला बनाना होगा ताकि बच्चे डिग्री हाथ में आने से पहले जॉब रेडी हो सकें। एचआर एक्सपट्र्स यहां संतोष रूंगटा कैम्पस के मेगा एचआर कान्क्लेव के अवसर पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हैण्ड्स ऑन इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के लिए मौजूदा एक माह का स्लॉट काफी नहीं है। इसका छात्रों को ज्यादा लाभ नहीं मिलता।संतोष रूंगटा ग्रुप के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यहां न केवल उच्च स्तरीय शिक्षण प्रशिक्षण की व्यवस्था है बल्कि यंग इंजीनियर्स को जॉब रेडी बनाने के लिए भी यहां काफी प्रयास किये जाते हैं। प्रतिवर्ष होने वाला एचआर कान्क्लेव भी इसका हिस्सा है। हम यहां आते हैं और छात्र हमसे सवाल करते हैं, इंडस्ट्री की रिक्वायरमेंट और जॉब अपॉरचुनिटीज को समझने की कोशिश करते हैं। संतोष रूंगटा ग्रुप का बिजनेस इन्क्यूबेटर इंटरप्रीनियरशिप को बढ़ावा देने की दिशा में सही कदम है।
नौकरी के बाजार पर टिप्पणी करते हुए एचआर एक्सपट्र्स ने कहा कि हालांकि फ्रेशर रिक्रूटमेंट कम हुए हैं पर सही कैंडिडेट के लिए काम की अब भी कमी नहीं है। स्वयं संतोष रूंगटा ग्रुप का प्लेसमेंट रिकार्ड बता रहा है कि इस साल भी पर्याप्त संख्या में बच्चों को कैम्पस में नौकरी मिली है।
कैम्पस रिक्रूटमेंट में नौकरी हासिल करने का गुर बताते हुए एक्सपट्र्स ने कहा कि जिन्हें पहले ही प्रयास में अच्छे ऑफर मिल जाते हैं वो खुशकिस्मत हैं। पर जिन्हें नहीं मिलता, उन्हें भी हताश होने की जरूरत नहीं है। वे अपने पहले जॉब इंटरव्यू से काफी कुछ सीख सकते हैं। खुद को उसके अनुरूप तैयार कर सकते हैं। हो सकता है दूसरी बार में भी उन्हें नौकरी न मिले पर तीसरी बार में उन्हें कोई रोक नहीं सकता।
तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता पर टिप्पणी करते हुए एचआर एक्सपट्र्स ने कहा कि आज स्टडी मटेरियल की कोई कमी नहीं है। क्लाउड आपके लिए खुला है, बहुत सारी टॉप कंपनियां और आईआईटी आपको सिखाने के लिए तैयार हैं। स्टूडेन्ट्स के फोरम हैं। स्वयं टीसीएस के फोरम में एक लाख से ज्यादा स्टूडेंन्टस जुड़े हुए हैं। इसमें पढऩे सीखने के अलावा प्रोजेक्ट बेस्ड काम करने का भी अवसर मिल जाता है।
एचआर एक्सपट्र्स ने कहा कि जॉब्स हैं पर कम्पिटीशन भी है इसलिए जिसे आगे बढऩा है उसे अपना 100 परसेन्ट देना होगा। फोकस्ड रहकर तैयारी करनी होगी।
मीडिया से वार्तालाप में टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस के रतन चोपड़ा, टीएजी हेड-इंडिया तथा गौरव गांधी रीजनल हेड, विप्रो से रानी शक्तिश्री, एल एण्ड टी कंस्ट्रक्शन से सुंदररमन एस., टेक्नोवर्ट कंपनी के लीड एचआर अनूप केसीराजू, रेनॉल्ट निसान के वर्टिकल बिजनेस एचआर लीडर राजसेखर एस, एन्थ्रो लैब्स के फाउण्डर डॉ. सुरेश जी.व्ही., बाल ग्रुप से हेड एचआर राथीनवेल राजन एस., मैग्ना क्लोजर्स से लुईसबाबू ए., अमेरिकन मेगाट्रेंड्स से वरिष्ठ एचआर सेंथिल कुमार पी तथा बीएसएच ग्रुप के वरिष्ठ एचआर शंकर सुंदरालिंगम ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर संतोष रूंगटा ग्रुप के चेयरमैन संतोष रूंगटा, डायरेक्टर टेक्नीकल सौरभ रूंगटा, डायरेक्टर एफएंडए सोनल रूंगटा, डायरेक्टर आरसीइटी डॉ. एसएम प्रसन्नकुमार, प्रिंसिपल आरइसी डॉ. अजय तिवारी, प्रिंसिपल आरसीपीएसआर डॉ. डीके त्रिपाठी, प्रिंसिपल जीडीआरसीएसटी डॉ. आरके राव, डायरेक्टर एचआर एण्ड प्लेसमेंट्स महेन्द्र श्रीवास्तव, जॉइंट डायरेक्टर मार्केंटिंग संजीव शुक्ला, ज्वाइंट डायरेक्टर ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट प्रो. एडविन एन्थनी, वाइस प्रिंसिपल आरसीइटी श्रीकांत बुर्जे, डीन स्टूडेंट सेक्शन डॉ. मनोज वर्गीस, मैनेजर टी एण्ड पी सुबाश मुदुली, ऑफिसर टी एण्ड पी माइकेलु, टी एण्ड पी एक्जीक्यूटिव वैभव तिवारी सहित समूह द्वारा संचालित विभिन्न कॉलेजों के डीन, एचओडी, फैकल्टीज तथा स्टूडेंट उपस्थित थे।