प्रतिदिन आते-जाते हैं 12000 लोग, नहीं है शौचालय
दुर्ग। Durg Railway Station के बाहर घूम रहे आवारा मवेशी मानव मल-मूत्र चख रहे हैं। स्टेशन परिसर में प्रतिदिन औसतन 12000 लोगों का आना जाना है जिनके लिए यहां कोई शौचालय नहीं है।निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की जयंती पर 23 फरवरी को निरंकारी चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने स्टेशन परिसर की सफाई की। इस अवसर पर वहां के पुजारी, ऑटोचालकों एवं साइकिल स्कूटर स्टैण्ड के लोगों ने बताया कि यहां शौचालय नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी होती है। इससे भी बड़ा पाप यह लगता है कि गौमाता इंसानी मूत्र को दीवारों से चाटती है।उन्होंने बताया कि Durg Railway Station से प्रतिदिन औसतन 70 यात्री गाडिय़ों का परिचालन होता है। औसतन 8000 रेल यात्रियों का साथ लगभग 12000 लोगों का यहां प्रतिदिन आना जाना होता है। स्टेशन में शौचालय केवल प्लेटफार्म पर है। वहां जाने के लिए टिकट लेना होता है। बाहर की तरफ कोई शौचालय नहीं है। आरक्षण के लिए यहां आने वाले, किसी को रिसीव करने या किसी को छोडऩे के लिए आने वाले, पूछताछ के लिए आने वालों की पहुंच रेलवे के शौचालयों तक नहीं है। लिहाजा वे साइकिल स्टैण्ड, आरक्षण कार्यालय और स्टेशन के बीच की जगह में शौच करते हैं। महिलाओं के लिए स्थिति और भी विकट हो जाती है। वे पार्क किए गए वाहनों के पीछे शौच करते हैं।
दिक्कत है, बात करेंगे
पूर्व विधायक एवं संत निरंकारी चैरिटेबल ट्रस्ट के जोन प्रभारी भजन सिंह निरंकारी ने कहा कि यह एक वास्तविक समस्या है तथा इस तरफ रेल प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया जाएगा। बाहर की तरफ भी शौचालय होने चाहिए।
सही फोरम में रखेंगे
सीएसएम एम के सीट ने बताया कि वे एक दिन के लिए चीफ स्टेशन मैनेजर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वे सीएसएम तक बात पहुंचा देंगे। समस्या को सही फोरम में रखा जाएगा और जल्द ही व्यवस्था कर दी जाएगी।