आरक्षको ने स्वयं का जान जोखिम में डाला
दुर्ग। दुर्ग पुलिस के जवानों ने अपनी जान हथेली पर रखकर एक बच्ची की जान बचा ली। बच्ची पानी टंकी पर चढ़ गई थी जिसे उतारने के लिए न केवल आरक्षक जख्मी हुए बल्कि मधुमक्खियों के हमलों से भी उन्हें दो चार होना पड़ा। एक ओर जहां पूरा शहर होली मना रहा था वहीं दूसरी ओर पुलिस पूरी तत्परता से अपने कर्तव्य का पालन कर रही थी। इसी बीच थाना दुर्ग प्रभारी भावेश साव को सूचना मिली की एक लड़की दुर्ग पानी टंकी पर चढ़ गई है। सूचना मिलते ही वे तत्परता से मौके पर बल के साथ पहुच गए। लड़की को बचाने के लिए आरक्षक अलाउद्दीन पानी टंकी की सिढिय़ों से चढऩे लगा। पर सीढिय़ां जर्जर हो चुकी थीं। बार बार गिरने से वह घायल हो गया। आरक्षक विकास तिवारी व क्रांति शर्मा किसी तरह पानी टंकी पर चढ़ गए। इस बीच किसी ने मधुमक्खी के छाते को छेड़ दिया जिससे मधुमक्खियों ने उन पर हमला कर दिया। फिर थाने से कंबल लेकर एक लड़के को उपर भेजा गया। आरक्षक बच्ची को कंबल ओढ़ाकर नीचे ले आये। आरक्षक अलाउद्दीन व विकास तिवारी को घायल होने के कारण हास्पिटल में भर्ती करना पड़ा। तीनो आरक्षकों अलाउद्दीन, विकास तिवारी, क्रांति शर्मा ने बहादुरी ने पुलिस का सीना चौड़ा कर दिया है।