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सीवेज लाइन होगी पीछे और पाइप लाइन सामने

Mar 19, 2017

मंत्री श्री पाण्डेय के स्वच्छता अभियान का 27वां पड़ाव
bhilaiभिलाई। बीएसपी टाउनशिप क्षेत्र में अब सीवेज और पानी पाइप की लाइनें एक साथ नहीं चलेंगी। पानी सप्लाई के लिए लाइन क्वाटर के सामने से गुजरेगी जबकि सीवेज की लाइन क्वाटरों के पीछे से गुजरेगी। इससे पाइप लाइन डैमेज होने पर भी उसमें गंदा पानी नहीं आ पाएगा। उक्त बातें आज अपने स्वच्छता अभियान के 27वें पड़ाव पर जनता को संबोधित करते हुए राजस्व एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने कहा। सेक्टर-1 में विजय पार्क एवं ई-रिक्शा लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भिलाई टाउनशिप लगभग 60 साल पुराना हो चुका है। जब भिलाई बना तो पेयजल वाहिनी और सिवरेज लाइन दोनों को एक दूसरे के समानान्तर क्वाटरों के पीछे डाला गया था। पाइप लाइन जर्जर हो चुके हैं। जहां कहीं पेयजल वाहिनी डैमेज होती है उसमें सिवरेज का पानी मिल जाता है और जनस्वास्थ्य खतरे में पड़ जाता है।vijay park100 करोड़ की योजना : श्री पाण्डेय ने कहा कि सिवरेज लाइन को क्वाटरों के पीछे और पानी पाइप को क्वाटरों के सामने से डालने के लिए 100 करोड़ रुपए की एक वृहद योजना पर बीएसपी प्रबंधन से बात हो चुकी है। यह एक बड़ी योजना है। इसके क्रियान्वयन में समय लगेगा। बीएसपी के अधिकारी यहां मौजूद हैं। जहां कहीं भी समस्या आएगी उसे फौरी तौर पर निपटाने की व्यवस्था करना इनकी जिम्मेदारी होगी।
बंद नहीं होगा खुर्सीपार स्कूल : खुर्सीपार स्थित बीएसपी हाईस्कूल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि स्कूल को लेकर चिंतित लोगों ने उनसे मुलाकात की थी। स्कूल बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। इसलिए स्कूल को कहीं और लगाना होगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि स्कूल को बंद नहीं होने दिया जाएगा, उसका केवल स्थानांतरण होगा।
स्वच्छता को लेकर बदली सोच : श्री पाण्डेय ने कहा कि स्वच्छता हमेशा से हर किसी की प्राथमिकता रही है। स्थानीय निकायों से लेकर छोटे से छोटे संस्थान में सफाई प्राथमिकता होती है। पर लोग अपनी तरफ से इसमें योगदान नहीं करते थे। लोगों में सफाई को लेकर एक स्वाभाविक झिझक थी। पर जब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान का नारा दिया तो हर हाथ में झाड़ू दिखाई देने लगी। लोगों ने सोचा कि यह सिर्फ फोटो खिंचवाने का स्टंट है। पर ऐसा नहीं था। प्रधानमंत्री ने स्वयं झाड़ू उठाकर लोगों को भी झाड़ू उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने लोगों से यह अपील भी की कि वे सप्ताह में केवल 2 घंटे सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता के लिए दें। आज पूरे देश में टुकड़ों में यह काम हो रहा है और उसका असर भी चारों ओर दिखाई दे रहा है। हमने भिलाई में इसकी शुरुआत की है और इसे छह माह तक चलाया जाएगा।
अगला पड़ाव वार्ड-24 : श्री पाण्डेय ने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान से ही प्रेरित होकर उन्होंने साप्ताहिक स्वच्छता अभियान की शुरुआत की। आज इसके 27वां पड़ाव है। अगले रविवार को यह अभियान वार्ड 24 में चलाया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार वे अपने विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर रहे थे। तभी एक हट्टे कट्टे युवक ने उनसे कहा कि बाकी सब तो ठीक है पर सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। इस पर श्री पाण्डेय ने कहा कि आप खुद क्यों नहीं शुरुआत करते। उस युवक ने शुरुआत की और फर्क नजर आने लगा। उन्होंने तभी ठान लिया था कि इस अभियान को आगे बढ़ाना है और पिछले 27 हफ्तों में वे ऐसे असंख्य स्वच्छता दूतों को प्रेरित करने में सफल रहे हैं।
कूड़ा ले जाते हैं अपने घर : स्वच्छता को लेकर जापानी लोगों की जिजीविषा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि शेष दुनिया में स्वच्छता के लिए सार्वजनिक स्थलों पर डस्टबिन्स मिल जाते हैं पर जापान में कहीं डस्टबिन नहीं दिखता। अपने जापान दौरे का संस्मरण साझा करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार वे पार्क में भोजन करने बैठे। आदत के अनुसार उन्होंने चारों तरफ डस्टबिन तलाशने की कोशिश की पर डस्टबिन कहीं दिखाई नहीं दिया। अपनी चिंता से जब उन्होंने अपने जापानी मेजबान को अवगत कराया तो उन्होंने मुस्कुरा कर अपने हैण्डबैग से वेस्ट बैग निकालकर दिया। उसने बताया कि पूरा अवशिष्ट, छिलके आदि इस बैग में रखकर हम उसे अपने घर ले जाते हैं। वहां सूखे और गीले कचरे को अलग अलग डस्टबिन में रखते हैं। सप्ताह में एक बार सूखा और एक बार गीला कचरा ले जाने के लिए गाड़ी आती है।
पहले तालाबों का शहर, अब उद्यानों का : वशिष्ठ ने कहा कि श्री पाण्डेय ने अपने पिछले कार्यकाल में भिलाई को तालाबों का शहर बनाया था। अपने इस कार्यकाल में वे इसे उद्यानों का शहर बना रहे हैं। हम सब उनके साथ हैं।विजय पार्क श्री पाण्डेय की जीत का प्रतीक है। इसका उद्घाटन 9 दिसम्बर को होना था। पर चूंकि घास ठीक से उगी नहीं थी इसलिए इसे टाला गया। लगभग इसी समय देश में नोटबंदी का भी ऐलान हुआ। लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया जिसका असर यूपी चुनाव में भी दिखाई दिया। हमने नोटबंदी की तारीख का भी इस पार्क में उल्लेख किया है। ये दोनों फलक लोगों को इन तारीखों की याद दिलाएंगे।
विकास के लिए सोच जरूरी : श्री वशिष्ठ ने कहा कि नगर निगम चुनाव में आपने एक पार्षद चुना और एक महापौर चुना। इससे पहले आपने एक विधायक चुना था। 1990 से लेकर 2017 तक टाउनशिप क्षेत्र में जितने भी काम हुए हैं हर जगह आपके लाड़ले विधायक की पट्टिका दिख जाएगी। उधर एक महापौर चुने गए हैं। स्वच्छता पर 103 बैठकें ले चुके हैं, 18 करोड़ रुपए फूंके जा चुके हैं पर काम कहीं दिखता नहीं। वशिष्ठ ने कहा कि विकास के लिए सोच चाहिए। सोच होगी तो साधन भी मिल ही जाएंगे। यंगिस्तान के संयोजक और सीजीसीएल के चेयरमैन मनीष पाण्डेय का उल्लेख करते हुए वशिष्ठ ने कहा कि यह उनकी ही सोच थी कि आज देश का पहला एलईडी फ्लड लाइट क्रिकेट ग्राउंड भिलाई में है।
bhilaiई-रिक्शा का लोकार्पण : वरिष्ठ पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्र ने पार्षद निधि से दो ई-रिक्शे अपने वार्ड को दिए हैं। ये ई रिक्शे स्वच्छता के काम आएंगे। इनकी विशेषता यह होगी कि ये बिना किसी तरह का प्रदूषण फैलाए अपना काम खामोशी से करते रहेंगे और इनपर खर्च भी काफी कम आएगा। श्री वशिष्ठ ने बताया कि इनमें से प्रत्येक रिक्शा 2 लाख रुपए का है।
विजय पार्क एवं ई-रिक्शा का लोकार्पण स्थानीय विधायक एवं केबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर नगर निगम के सभापति पी श्यामसुन्दर राव, नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन, वरिष्ठ पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्र, स्थानीय पार्षद पी श्रीनिवास राव, ए श्रीनिवास राव, रिंकू साहू, रश्मि सिंह, कुलेश्वर प्रसाद साहू, शिव प्रसाद (शिबु), छोटेलाल चौधरी, मुन्ना पाण्डेय, अजय पाठक, रविन्द्र सिंह, प्रमोद सिंह, पूर्व पार्षद उपासना साहू, तेजबहादुर सिंह सहित गणमान्य नागरिक भी मौजूद थे।

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