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झुलसाती धूप में राशन के लिए लाइन

Apr 17, 2017

भिलाई। भीषण झुलसाती धूप में गरीबों को राशन दुकान में लाइन लगाना पड़ रहा है। दिन भर लाइन में लगने के बाद भी कई बार खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। गर्मी से लोग हलाकान तो हो ही रहे हैं, राशन के चक्कर में एक दो दिन की रोजी से भी हाथ धोना पड़ रहा है। 500 से कम राशन कार्ड वाली 92 दुकानों को दूसरी दुकानों से अटैच करने से हितग्राहियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। एक ही दुकान में 2 हजार से अधिक राशन कार्डों को स्थानांतरित कर दिया गया है। कार्ड की संख्या बढऩे से दुकानदार भी एक दिन में अधिकतम 100 लोगों को ही राशन दे रहे हैं। स्थिति यह है कि कई दुकानों पर तो हितग्राही एक सप्ताह पहले नंबर लगा रहे हैं तब जाकर उन्हें राशन मिल रहा है। बीपीएल कार्डधारियों में अधिकांश श्रमिक वर्ग के लोग हैं और उन्हें राशन के लिए अपना काम छोड़कर दिन-दिन भर दुकानों के सामने अपने नंबर का इंतजार करना पड़ रहा है।भिलाई। भीषण झुलसाती धूप में गरीबों को राशन दुकान में लाइन लगाना पड़ रहा है। दिन भर लाइन में लगने के बाद भी कई बार खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। गर्मी से लोग हलाकान तो हो ही रहे हैं, राशन के चक्कर में एक दो दिन की रोजी से भी हाथ धोना पड़ रहा है। 500 से कम राशन कार्ड वाली 92 दुकानों को दूसरी दुकानों से अटैच करने से हितग्राहियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। एक ही दुकान में 2 हजार से अधिक राशन कार्डों को स्थानांतरित कर दिया गया है। कार्ड की संख्या बढऩे से दुकानदार भी एक दिन में अधिकतम 100 लोगों को ही राशन दे रहे हैं। स्थिति यह है कि कई दुकानों पर तो हितग्राही एक सप्ताह पहले नंबर लगा रहे हैं तब जाकर उन्हें राशन मिल रहा है। बीपीएल कार्डधारियों में अधिकांश श्रमिक वर्ग के लोग हैं और उन्हें राशन के लिए अपना काम छोड़कर दिन-दिन भर दुकानों के सामने अपने नंबर का इंतजार करना पड़ रहा है।उल्लेखनीय है कि खाद्य विभाग ने 500 राशन कार्ड से कम संख्या वाली भिलाई निगम की 92 राशन दुकानों को दूसरी दुकानों में अटैच कर दिया था। चार से पांच दुकानों के राशनकार्डों को एक ही दुकानों में अटैच किए गए हैं। एक ही दुकान में राशन कार्डों की संख्या अचानक बढऩे से दुकान संचालकों ने भी एक दिन में अधिकतम 100 हितग्राहियों को राशन देने की सीमा निर्धारित कर दी है। इसके लिए हितग्राहियों को एक सप्ताह पहले राशन दुकानों में नंबर लगाना पड़ रहा है। नंबर लगाने के दौरान यह भी तय नहीं है कि सप्ताह भर के भीतर किस दिन उन्हें राशन दिया जाएगा। इसके चलते हितग्राही रोजाना राशन दुकानों के चक्कर काट रहे हैं। तेज गर्मी के बाद भी राशन लेने की खातिर महिलाएं और बुजुर्ग दिन-दिन भर दुकान के सामने इंतजार कर रहे हैं।
ऑनलाइन एंट्री के चलते ज्यादा परेशानी
राशन दुकानों में खाद्यान्न देने के पहले राशनकार्ड धारकों की ऑनलाइन एंट्री हो रही है। ऑनलाइन एंट्री का काम खाद्य विभाग के सिस्टम सर्वर से जुड़ा है। सर्वर के स्लो चलने के कारण एंट्री में समय लग रहा है। इसलिए दुकानदारों ने एक दिन में 100 राशन कार्डों की एंट्री करने की सीमा निर्धारित कर दी है। हालांकि नंबर लगाने जा रहे लोगों को दुकानदार पहले टोकन भी दे रहे हैं, लेकिन उसमें कोई तारीख नहीं लिखी है।
कई लोगों ने दो महीने से नहीं लिया राशन
राशन लेने पहुंचने वालों में कई हितग्राही तो ऐसे भी हैं, जिन्होंने दो-दो महीनों से राशन नहीं लिया है। हितग्राहियों को यह भी नहीं पता कि उन्हें कौन सी दुकान से राशन मिलेगा। हितग्राही राशन लेने दुकान पर पहुंच रहे हैं तो भीड़ देखकर वापस लौट रहे हैं।

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