बीजापुर। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित सास-बहू सम्मेलन में आंगनबाड़ी केन्द्रों में नव विवाहिताओं तथा गर्भवती महिलाओं के साथ उनकी सास, जेठानी व ननदों ने शिरकत कर उनकी नियमित जांच तथा डॉक्टरी परीक्षण में सहयोग करने का भरोसा दिलाया। सास ने अपनी बहू के सुरक्षित प्रसव की शपथ भी ली। सम्मेलन में स्वास्थ्य विभाग की एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व सुपरवाइजर ने हिस्सा लेकर मनोरंजक गतिविधियां की। जिले में कुपोषण तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर मे कमी करने हेतु 650 आंगनबाडी केन्द्रों में सास- बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन के माध्यम से नवविवाहिता जो मां बनना चाहती है, जो तत्काल मां नहीं बनना चाहती है तथा शिशुवती माता जो बच्चों को दूध पिलाती है, को रक्त अल्पता, प्रसव उपरांत समुचित देखभाल एवं बधाों के कुपोषण में कमी लाने की जानकारी दी गई।
एएनएम एवं सुपरवाइजर ने सास एवं बहू से अलग- अलग चर्चा कर परिवार नियोजन, बर्थ कंट्रोल एवं गर्भधारण की इच्छा तथा स्वास्थ्य संबधी जानकारी ली। हल्बा, तेलगू, मुस्लिम, महार, मुरिया आदि जातियों के समूहों को प्रसव के पहले व प्रसव के पश्चात की धारणाओं को बदलने की सलाह दी गई।
सास और बहू के बीच प्रश्नोत्तरी का खेल आयोजित किया गया। उपहार भी बांटे गए। सम्मेलन का आयोजन जिले के 650 आंगनबाड़ी केन्द्रों में किया गया जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, एएनएम, मितानिन व सुपरवाइजरों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।