रायगढ़। महिलाएं अक्सर न चाहते हुए गर्भवती हो जाती हैं या इससे बचाव के लिए वह हर दिन पिल्स खाती है जिसका साइड इफेक्ट होता है। दवा समय पर नहीं लेने से गर्भ ठहरने का भी डर होता है। अनचाहे गर्भ से बचने के लिए अब अंतरा नाम का टीका आ गया है। अंतरा इंजेक्शन को फिलहाल ट्रायल पर इस्तेमाल किए जाने की योजना बनाई गई है। मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल के साथ सिविल अस्पताल में इसे नि:शुल्क लगाने की व्यवस्था होगी।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक एक बार इसे लगाने के बाद तीन माह तक गर्भधारण की कोई संभावना नहीं रहेगी। अंतरा इंजेक्शन महिलाओं को लगाया जाना है। इससे स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का साईड इफैक्ट नहीं होगा। न ही कोई कमजोरी आएगी। अंतरा से ऐसी महिलाओं को लाभ होगा जो प्रैग्नेंसी से बचने के लिए गर्भ निरोधक गोलियों का इस्तेमाल कर रही हैं। लेकिन उसके दुष्परिणामों के कारण परेशानी बढ़ जाती है। इंजेक्शन के बाद तीन माह तक किसी प्रकार के प्रैग्नेंसी की संभावना नहीं होगी।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अकेले रायगढ में प्रैग्नेंसी से बचने के लिए 10 हजार से अधिक महिलाएं पिल्स का इस्तेमाल करती है। पूरे प्रदेश में यह आंकड़ा ढाई लाख से अधिक है। कंडोम का उपयोग करने वालों की संख्या इससे आधी भी नहीं है।
– पहली बार महिलाओं की प्रैग्नेंसी रोकने के लिए शासन द्वारा इंजेक्शन लगाने की व्यवस्था की गई है। जिसे जिले में ट्रायल के तौर पर मेकाहारा और सिविल अस्पताल में शुरू किया जा रहा है। कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इसका इस्तेमाल करें। – डॉ. बीपी पटेल, नोडल अधिकारी, परिवार कल्याण कार्यक्रम, रायगढ़।