भिलाई। यदि सप्ताह में 5 दिन प्रतिदिन आधे घंटे के हिसाब से कसरत करें तो हृदय रोगों (Heart Attack) की संभावना को काफी हद तक कम कर सकते हैं। हृदयाघात से दुनिया भर में होने वाली प्रति 100 मौतों में से कम से कम 8 लोगों को बचाया जा सकता है। यह कहना है प्रसिद्ध इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट Dr Dilip Ratnani का। 1.3 लाख लोगों पर किए गए एक शोध से यह बात सामने आई है।डॉ रत्नानी विश्व हृदय दिवस की पूर्व संध्या पर इस प्रतिनिधि से चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हृदय को स्वस्थ रखने के लिए जितना जरूरी धूम्रपान से दूर रहना है, उतना ही जरूरी ऐसा शारीरिक श्रम करना भी है जिससे दिल की धड़कनें तेज होती हैं। ऐसी कसरतों को हम कार्डियो या कार्डियक एक्सरसाइज कहते हैं। पर इसमें भी कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। डॉ रत्नानी अपोलो बीएसआर अस्पताल में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट हैं और अब तक 12000 से अधिक सफल प्रोसीजर कर चुके हैं। वे रेडियल रूट एंजियोप्लास्टी में महारत रखते हैं जिसमें तकलीफ कम होती है और समय भी कम लगता है।
कार्डियो कसरतों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं। ऐसे में इस बात का ध्यान रखा जाना बहुत जरूरी है कि धड़कनों की लगातार मॉनिटरिंग हो आधुनिक मशीनों में यह सुविधा होती है। दिल की धड़कनें कसरत से समय कितनी होनी चाहिए, इसपर डॉ रत्नानी कहते हैं कि 220 से अपनी उम्र घटा दीजिए। जो संख्या आती है उसमें से 10 या 15 और घटा दीजिए। यदि आपकी उम्र 50 साल है तो 220 से इसे घटाने पर 170 आएगा। इसमें से 15 घटाने पर 155 का सेफ टारगेट हार्टबीट रेट बनेगा।
धूम्रपान के चलते युवा भी चपेट में
डॉ रत्नानी ने बताया कि पिछले एक महीने में उनके पास कम से कम तीन मरीज ऐसे आए जिन उम्र 28-30 वर्ष के बीच थी। इनमें से दो धूम्रपान करते थे जबकि एक मरीज जिसी भी ज्ञात रिस्क फैक्टर की परिधि में नहीं था। इतनी कम उम्र में दिल का दौरा पडऩे के लिए डॉ रत्नानी सेडेन्टरी लाइफ स्टाइल, फास्टफूड, स्मोकिंग और बिंज ड्रिंकिंग को जिम्मेदार मानते हैं। बिंज ड्रिंकिंग उसे कहते हैं जिसमें व्यक्ति सप्ताह किसी एक दिन एकाएक काफी शराब पी लेता है।