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हाईस्कूल के साइंस स्टूडेंट्स साइंस कालेज में सीख रहे प्रैक्टिकल

Sep 15, 2017

science-college-durgसरोकार योजना में साइंस कालेज की सराहनीय पहल
दुर्ग। साइंस कालेज दुर्ग अपनी उन्नत विज्ञान प्रयोगशालाओं का लाभ अपने आसपास के हायर सेकण्डरी स्कूलों को दिया जा रहा है। यह पहल यूजीसी की सामाजिक सरोकार योजना के तहत की गई है। इससे इन स्कूली छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस के राजपूत ने बताया कि महाविद्यालय की स्थापना के 60 वर्ष पूर्ण होने पर मनाये जा रहे हीरक जयंती वर्ष के अंतर्गत अभाव ग्रस्त एवं साधन विहीन हायर सेकण्डरी स्कूलों के विद्यार्थियों को प्रावीण्यता के आधार पर महाविद्यालय की प्रयोगशाला में प्रायोगिक कार्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
योजना के प्रथम चरण में सेंट जेवियर्स स्कूल, धनोरा के हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी कक्षाओं के लगभग 150 विद्यार्थियों ने साइंस कालेज दुर्ग की प्रयोगशालाओं में दो दिनों तक विभिन्न विषयों के प्रायोगिक कार्य का प्रशिक्षण प्राप्त किया। महाविद्यालय के गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एम.ए. सिद्दीकी ने प्रारंभ में समस्त विद्यार्थियों को संबोधित कर प्रायोगिक कार्यों की महत्ता पर प्रकाश डाला। बायोटेक्नालॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. अनिल कुमार के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने डी.एन.ए. आईसोलेशेन की आधुनिक तकनीक का गहराई से प्रशिक्षण प्राप्त किया। भूगोल विभाग में डॉ. रंजना शर्मा एवं डॉ. सुषमा यादव के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने भौगोलिक मानचित्र का अध्ययन तथा टोपोशीट से विभिन्न जानकारी प्राप्त करने की विधियों को सीखा। प्राणीशास्त्र विभाग में डॉ. कांति चौबे, डॉ. दिव्या मिंज, डॉ. नीरू अग्रवाल, डॉ. मौसमी डे, डॉ. संजू सिन्हा, डॉ. उषा साहू एवं डॉ. अल्का मिश्रा के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने प्राणीशास्त्र से संबंधित रक्त समूह विशलेषण एवं अन्य जानकारियां प्राप्त की। भूगर्भशास्त्र विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ. एस.डी. देशमुख तथा डॉ. प्रशान्त श्रीवास्तव द्वारा विद्यार्थियों को चट्टानों, खनिजों, ज्वालामुखी एवं चूना पत्थर की गुफाओं के निर्माण की विस्तृत जानकारी पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी गयी। रसायन विभाग में डॉ. अनुपमा अस्थाना, डॉ. व्ही.एस.गीते के नेतृत्व में हायर सेकेण्डरी के सिलेबस के अनुसार रसायन शास्त्र विषय के प्रायोगिक कार्य की गहन जानकारी प्रदान की गयी। विद्यार्थियों ने अनेक प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया। वनस्पति शास्त्र विभाग में डॉ. रंजना श्रीवास्तव, डॉ. गायत्री पाण्डेय एवं डॉ. जी.एस.ठाकुर के नेतृत्व में विद्यार्थियों को पौधों की विभिन्न प्रजातियों की पहचान करने संबंधी विश्लेषण एवं औषधीय पौंधों के महत्व की जानकारी प्रदान की गयी। भौतिक शास्त्र विभाग में डॉ. पूर्णा बोस एवं डॉ. अनिता शुक्ला द्वारा भौतिकी के नये प्रयोगों पर गहराई से प्रकाश डाला गया। विद्यार्थियों ने स्वयं प्रयोग कर विषय संबंधी ज्ञान प्राप्त किया।

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