विदिशा। राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में भाग लेने बैंगलुरू जा रही केन्द्रीय विद्यालय की छात्राओं और शिक्षिकाओं के साथ रविवार की रात वाराणसी-मैसूर एक्सप्रेस में अज्ञात बदमाशों ने मारपीट कर लूटपाट की। हंगामे की आवाज सुनकर अन्य बोगियों की बहुत सी छात्राएं भी आ गई और उन्होंने बदमाशों पर हल्ला बोल दिया। इस दौरान लड़कियों ने अपने जान की परवाह न करते हुए दो बदमाशों को धर दबोचा। स्कूल स्टाफ ने घटना के तुरंत बाद रेल मंत्रालय को ट्वीट कर घटना की जानकारी दी। लेकिन उन्हें चार घंटे बाद रिस्पांस मिल पाया। इस ट्रेन में भोपाल और वाराणसी रीजन की 200 छात्राएं सफर कर रहीं थीं।
राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता के आयु वर्ग 17 एवं 19 के लिए भोपाल रीजन के करीब 8 जिलों की छात्राएं रविवार की सुबह इटारसी से वाराणसी-मैसूर एक्सप्रेस में बैंगलुरू जाने के लिए रवाना हुई थीं। वाराणसी रीजन की छात्राएं पहले से ही इस ट्रेन में सवार थीं। इसमें विदिशा की 11 छात्राएं भी शामिल थीं। केन्द्रीय विद्यालय विदिशा की खेल अधिकारी रंजना वर्मा इन खिलाड़ियों को लेकर रवाना हुई थीं।
उनके मुताबिक रात करीब 2 बजे ट्रेन की गति धीमी थी। इसी दौरान जेउर और पोफलाज स्टेशन के बीच कुछ बदमाश ट्रेन की बोगियों में खिड़कियों के सहारे लटक गए। वे खिड़की से महिलाओं और छात्राओं के पर्स और दुपट्टे खींचने लगे। शिक्षिकाओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया। तब तक कुछ अन्य बदमाश दो अलग-अलग बोगियों में घुस आए। इन बदमाशों ने चाकू की नोक पर छात्राओं से जैकेट और अन्य सामान छीनने लगे। बदमाश वाराणसी की शिक्षिका अंजली केसरी के साथ मारपीट कर सोने की चेन और पर्स लूट ले गए। बोगी में हंगामे की आवाज सुनकर अन्य बोगियों की बहुत सी छात्राएं भी आ गई और उन्होंने बदमाशों पर हल्ला बोल दिया। लड़कियों ने अपने जान की परवाह न करते हुए दो बदमाशों को धर दबोचा और जमकर धुनाई की। बदमाश ट्रेन से कूदकर फरार हो गए।