रायपुर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा है कि चेम्बर राजनीति का अखाड़ा नहीं है। यह व्यापारियों का अपना मंच है जो शासन और व्यापारियों के बीच सेतु का काम करता है। नोटबंदी और जीएसटी से हमें दिक्कत हुई तो हमने अपनी बातें शासन के समक्ष रखी। शासन ने व्यावहारिक दिक्कतों को दूर करने में हमेशा व्यापारियों की बातों को महत्व दिया।रविवार को व्यापारियों और उपभोक्ताओं के हित में काम करने की मांग को लेकर चेंबर बचाओ संघर्ष समिति ने आवाज बुलंद की। स्टेशन रोड में आहूत बैठक में समिति ने चेंबर चुनाव लडऩे की घोषणा करते हुए प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा की। व्यापारी एकता पैनल सहित कई संगठनों के लोग बैठक में शामिल हुए।
चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर परवानी ने कहा कि हम लगातार काम कर रहे हैं। चेम्बर का काम पक्ष और विपक्ष का नहीं है। यह व्यापारियों के हितों के लिए सेतु का काम कर रहा है। व्यापारियों को नए कानून की जानकारी देना हो या फिर उनकी दिक्कतों पर सरकार तक आवाज पहुंचानी हो, चेम्बर सक्रिय रहा है। व्यापारी सिर उठाकर काम कर सकें इसके लिए सरकार से बात करके चेम्बर ने पॉलिसी में सुधार लाने का काम किया। जीएसटी के मुद्दे पर हमने लगातार सरकार के सामने मांगें रखीं। चेम्बर की मांगों को राज्य सरकार लगातार पूरी कर रही है। नोटबंदी हो या जीएसटी हमने लगातार व्यापारियों की आवाज सरकार तक पहुंचाई है।
संयुक्त मोर्चा के महामंत्री कन्हैया लाल अग्रवाल ने दो टूक कहा कि चेंबर वास्तविक उद्देश्य से भटक गया है। इससे सिर्फ राजधानी ही नहीं, बल्कि प्रदेशभर के लगभग 5 लाख व्यापारी विभिन्न कारणों से परेशान हुए। उन्होंने खासकर नोटबंदी और जीएसटी के मुद्दे पर फोकस किया। कुछ व्यापारियों ने आरोप लगाया कि नोटबंदी, जीएसटी, टैक्सेशन आदि से व्यापारियों को काफी दिक्कतें हुईं, लेकिन चेंबर ने कोई खास एजेंडा तैयार नहीं किया। इसलिए चेंबर बचाओ संघर्ष समिति के माध्यम से खुली चर्चा आयोजित की गई है। इसमें सभी लोगों को आमंत्रित किया गया, ताकि वे अपनी बात रख सकें और उद्देश्य से भटके चेंबर को सही राह पर लाया जा सके। बैठक में संयुक्त मोर्चा के मुखिया आनंद चोपकर, अशोक केडिया, अमर गिदवानी, ब्लॉक मुखी बलराम प्रसाद सहित कई व्यापारियों ने विचार रखे।