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स्वरूपानंद महाविद्यालय में नृत्य नाटिका से दिया गीता का संदेश

Nov 19, 2017

swaroopanand collegeभिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में नीफा की तरफ से अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का संदेश नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। नीफा अध्यक्ष गुरमीत सचदेव ने बताया कि गीता धर्म गं्रथ न होकर कर्म ग्रंथ है। गीता में निष्काम कर्म का उपदेश दिया गया है। गीता विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम में नहीं है तो भी गीता पढऩी चाहिए, विद्यार्थियों में जिज्ञासा उत्पन्न करना ही गीता महोत्सव का उद्देष्य है। भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में नीफा की तरफ से अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का संदेश नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। नीफा अध्यक्ष गुरमीत सचदेव ने बताया कि गीता धर्म गं्रथ न होकर कर्म ग्रंथ है। गीता में निष्काम कर्म का उपदेश दिया गया है। गीता विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम में नहीं है तो भी गीता पढऩी चाहिए, विद्यार्थियों में जिज्ञासा उत्पन्न करना ही गीता महोत्सव का उद्देष्य है। कुरूक्षेत्र से आये डॉ. रमेश कुमार ने बताया गीता के उपदेश आज भी प्रासंगिक हंै। पहले भी बुराइयां थीं, पहले भी शराब पी जाती थी, जुआ खेले जाते व महिलाओं पर अत्याचार होते थे और आज भी होते हैं। धर्म का साथ देने वाले कम अधर्म का साथ देने वाले अधिक हंै। पर धर्म का साथ हमेशा ईश्वर देते हैं। अंततोगत्वा विजय धर्म की ही होती है। यही गीता का मूल संदेश है।
प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने हरियाणा सरकार के प्रयास की सराहना करते हुये कहा गीता कर्म का संदेश देती है। अगर हम भी निष्काम भाव से कर्म करें तो सफलता जरूर मिलेगी। मुझे क्या मिलेगा, यह सोच हमें संकीर्ण बनाती है। हमारे क्षमताओं को कमजोर करती है। विभागाध्यक्ष शिक्षा विभाग डॉ. पूनम निकुंभ ने कहा कृष्ण ने चीरहरण में द्रौपदी की रक्षा की थी। आज युवा कृष्ण के समान दृष्टि रखें तो दामिनी जैसी कभी कोई दुर्घटना नहीं होगी। कोरियोग्राफर वीरेन्द्र कुमार ने विद्यार्थियों को गीता रहस्य नृत्य नाटिका सिखाई।
कुरुक्षेत्र में 30 नवंबर को गीता जयंती मनाई जायेगी। प्रत्येक राज्य में प्रचार-प्रसार के लिए नीफा के चार दल बने हंै, जिसमें प्रत्येक दल में 20 से 25 कलाकार हैं। प्रत्येक दल विभिन्न राज्यों में जाकर गीता के उद्देश्यों का प्रचार-प्रसार करते हैं। जिससे भारतीय संस्कृति पूनर्जीवित हो उठे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में स.प्रा. राशी शर्मा विभागाध्यक्ष अंग्रेजी ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में मंच संचालन स.प्रा. शैलजा पवार व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. श्रीमती पूनम निकुंभ विभागाध्यक्ष शिक्षा विभाग ने दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक/प्राध्यापिकायें एवं छात्र-छात्रायें उपस्थित हुये।

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