भिलाई। भगवान ने हम सभी में गुप्त रूप से कैमरा लगाया है। इस कैमरे में सबकुछ रिकार्ड होता रहता है। हम जैसे कर्म करते हैं वह औरों से छिप सकता है पर इस कैमरे से नहीं। इसीको चित्रगुप्त की संज्ञा दी गई है। उक्त बातें वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका और मैनेजमेंट ट्रेनर ब्रह्माकुमारी उषा दीदी ने ब्रह्माकुमारीज के 80 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मन की शांति जीवन की शक्ति विषय पर आयोजित विशाल राजयोग शिविर के अंतिम दिन कहीं। उन्होंने कहा कि हमारे भीतर लगा यही कैमरा तय करता है कि कर्म के अनुसार फल कैसा मिलेगा। इसलिए इस बात का विचार करना छोड़ दें कि ऐसा सिर्फ आपके साथ ही क्यों होता है। उषा दीदी ने कहा कि मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है? का जवाब है इस कर्म क्षेत्र पर जो जैसा कर्म करेगा, वैसा फल पायेगा। यह कर्म का सिद्धांत है। हमें अच्छे विचारों के साथ कर्म को हमारे आचरण में लाना है। श्रेष्ठ कर्मों का बल कई जन्मों तक फल के रूप में प्राप्त होता है।
अनुभव सत्र में छात्रा मुस्कान ने सुनाया कि इस शिविर से मन का भटकना बंद होकर एकाग्र हो गया है। संतोष गोस्वामी ने राजयोग का अनुभव सुनाया कि बीड़ी, सिगरेट तो आम था, पर क्रोध के कारण बदला लेने कि भावना से हत्या करने का संकल्प था, पर ब्रह्माकुमारीज की प्रदशर्नी देखने के बाद मैंने हत्या करने के संकल्प को कुछ दिन तक टाल दिया, पर राजयोग से महसूस हुआ कि ये तो महापाप कर्म है और आत्मग्लानी हुई और मन शक्तिशाली हो गया तथा मैंन हत्या का संकल्प तो त्यागा ही साथ ही बीड़ी सिगरेट भी सहज छूट गया। अंत में सभी ने अपनी कमी कमजोरियों को ईश्वर को समर्पित कर खत लिखा था, उसे हवनकुंड में स्वाहा किया गया।
साल के अंत में सभी ने अपने पुराने स्वभाव को बदल नये साल के शुरूआत में नया जीवन और श्रेष्ठ कर्म करने का दृढ़ संकल्प कर प्रतिज्ञा की।
Very Nice Explaain Hiddan Camera & clarify Chtra Gupta charachter.
Brother santosh Rajyoga Mediatation Experince
Realy hat’s off.