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ऐसी कन्या उत्तम जो घर में पड़े कपास का सदुपयोग कर सके : बुद्ध

Jan 19, 2018

भिलाई-3। गौतम बुद्ध ने कहा था कि जो कन्या घर में पड़े कपास का सदुपयोग कर सके वह उत्तम होती है। औरंगजेब टोपियां सी कर अपनी आजीविका कमाया करते थे। ये बातें डॉ खूबचंद बघेल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग द्वारा 7 दिवसीय सिलाई कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर अतिथियों ने कहीं।भिलाई-3। गौतम बुद्ध ने कहा था कि जो कन्या घर में पड़े कपास का सदुपयोग कर सके वह उत्तम होती है। औरंगजेब टोपियां सी कर अपनी आजीविका कमाया करते थे। ये बातें डॉ खूबचंद बघेल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग द्वारा 7 दिवसीय सिलाई कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर अतिथियों ने कहीं। कार्यशाला का उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर व्ही.के. गोयल द्वारा किया गया। प्रो. गोयल ने छात्राओं को स्वावलंबी बनने के साथ-साथ इस विधा का उपयोग घरेलु कार्यो में करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इस विधा को सीख लेने पर छोटे-छोटे कार्यो के लिए हमें दूसरों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. के.के. अग्रवाल ने सिलाई के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मुगल सम्राट औरंगजेब टोपी सील करके अपनी जीवकोपार्जन करते थे। आज से 2600 वर्ष पूर्व महात्मा बुद्व ने कहा था कि ऐसी कन्या सबसे उत्तम होती है जो घर में रखे कपास का उपयोग कर सकें अर्थात सूत कातकर कपड़े बना सकें। सिंधु घाटी की सभ्यता से पूर्व भी तकली और चरखें के अवषेश प्राप्त होतें है। ये तकलिया सोने की भी प्राप्त हुई है जिससे पता चलता है कि उच्च वर्ग के लोग भी कपड़ा बनाने एवं सिलाई का कार्य करते थे। अपने उद्बोधन में आई.क्यू.ए.सी. प्रभारी डॉ. अमृता कस्तूरें ने छात्राओं का उत्साहवर्धन किया एवं कार्यषाला की बारीकियों को सिखने हेतु विषेश ध्यानाकर्शण किया।
प्रशिक्षण देने हेतु गुरू रामदास पब्लिक स्कूल न्यू खुर्सीपार की प्राचार्य सिलाई विशेषज्ञ श्रीमती शमिन्दर कौर सूरी उपस्थित रहेगी। कार्यशाला में विभिन्न वस्त्रों की ड्राफ्ंिटग, कटिंग एवं सिलाई का प्रशिक्षण दिया जायेगा। संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सेठी एवं डॉ. अल्पना देशपाण्डे के द्वारा किया गया। गृह विज्ञान की 37 छात्रों के द्वारा प्रशिक्षण लिया जा रहा है। अनिता, ए. श्यामला, उषा पटेल, रानों, दीप्ति, लीला, सविता, अन्नपूर्णा, नंदनी, श्वेता साहू, मोनिका, जयश्री एवं चंद्रिका आदि छात्राएं उपस्थित थी।

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