भिलाई। पत्रकारिता का पेशा बेहद चुनौतिपूर्ण है। जैसे घटनाओं का कोई निर्धारित वक्त नहीं होता, उसी तरह पत्रकारों के काम के घंटे भी निश्चित नहीं होते। उसे कभी भी, कहीं भी भाग कर कहीं और पहुंचना होता है। सालों साल 24 घंटे अलर्ट पर रहने वाला पत्रकार लोगों की अच्छाइयों को उभारता है तो खामियों का उकेरने का साहस भी दिखाता है। उसका अपना भविष्य असुरक्षित हो सकता है पर वह लोगों के भविष्य की दिनरात सुरक्षा करने का प्रयास करता रहता है। पत्रिका ग्रुप में ऐसे कुछ पत्रकार हैं जो दिन रात अपना काम जिम्मेदारी से करते हैं। इनमें से एक है कोमल धनेसर जो रिपोर्टिंग करने के साथ ही वीडियो/ऑडियो भी तैयार करती है। दूसरे हैं छाया पत्रकार गणेश निषाद। इन दोनों की मेहनत से भिलाई तो वाकिफ है ही, पत्रिका ग्रुप ने भी इनका सम्मान कर हौसलाअफजाई की।