बिलासपुर। गर्मियों में गन्ना रस तो सर्दियों में चाय पकौड़ा बेचकर अपनी आजीविका चला रहे लोगों के लिए शहरों में काम करना मुश्किल होता जा रहा है। पुलिस और नगर निगम ट्रैफिक जाम के बहाने इन पर कार्रवाई करती है। ठेले जब्त कर लिया जाते हैं, टपरियों में तोडफ़ोड़ कर दी जाती है। इससे बचने के लिए अब फुटपाथी दुकानवालों ने जुगाड़ वाली गाड़ी मंगवाना शुरू कर दिया है। जैसे ही निगम की गाड़ी दिखाई देती है ये गाड़ी स्टार्ट करके खुले में चले जाते हैं।निगम की कार्रवाई से बचने व्यापारियों ने जुगाड़ गाड़ी बनवानी शुरू कर दी है। इन्हीं गाडिय़ों को सड़क किनारे खड़ी कर चाट, गुपचुप, इडली, डोसा, गन्ना रस बेचा जा रहा है। निगम की टीम जैसे ही ट्रैक्टर और काऊ केचर लेकर पहुंचती है, व्यापारी जुगाड़ गाड़ी स्टार्ट कर भाग जाते हैं। पिछले तीन माह में ऐसी दर्जनों नई गाडिय़ां शहर आ चुकी हैं।
बाहरी लोगों की संख्या अधिक
जुगाड़ गाड़ी वालों में ज्यादातर लोग बाहरी है। जिनका ना तो पुलिस के पास कोई रिकार्ड और ना ही निगम के पास कोई जानकारी। हमने कुछ चलित वाहनों पर कार्रवाई की है, लेकिन सामान्य तौर पर हमारे पहुंचने से पहले वो मौके से भाग जाते हैं।
– प्रमिल शर्मा, प्रभारी अतिक्रमण विभाग, नगर निगम