भिलाई। विश्व जल दिवस पर स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में प्राध्यापकों ने जल संरक्षण की शपथ लेते हुए पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने इस अवसर पर कहा कि जल है तो कल है, यदि हम जल का सही उपयोग करें तो आने वाले समय में हमें जल की कमी नहीं होगी, पृथ्वी के सत्तर प्रतिशत हिस्से में जल है किंतु 2.5 प्रतिशत जल ही शुद्ध है, अत: हमें जल के प्रदूषण को भी रोकना होगा। महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक स्टॉफ को शपथ दिलाते हुये डॉ हंसा शुक्ला ने कहा कि जल संरक्षण करेंगे एवं जल को व्यर्थ होने से रोकने के लिये लोगों को प्रेरित करेंगे। कार्यक्रम प्रभारी डॉ. रचना पांडेय ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा करते हुये जल को संरक्षित करने की आवश्यकता है क्योंकि धीरे-धीरे जल का स्तर कम होता जा रहा है। यदि हम जल के संरक्षण के विषय में सहीं कदम न उठायें तो आने वाली पीढिय़ों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
इस विषय पर प्राध्यापकों ने अपने-अपने विचार रखें जैसे आरो फिल्टर वॉटर से निकलने वाले पानी को एकत्रित कर पौधों में डाल सकते है एवं वॉटर हार्वेस्टिंग के द्वारा हम जल सुरक्षित रख सकते है, पम्प अलार्म के द्वारा टंकी से बहने वाले पानी को बचाया जा सकता है। विद्यार्थियों ने ‘जल के महत्वÓ विषय पर विविध प्रकार के पोस्टर बनाकर इस कार्यक्रम को सार्थक बनाया।
निर्णायक के रूप में डॉ. रजनी मुद्लियार, (विभागाध्यक्ष रसायन) एवं डॉ. निहारिका देवांगन (विभागाध्यक्ष वनस्पती विज्ञान) ने अपने निर्णय के द्वारा परिणाम घोशित किया जिसमें प्रथम हेमलता साहू, (एमएससी द्वितीय सेमेस्टर), द्वितीय अंजली कुमारी, (एमएससी द्वितीय सेमेस्टर), स्वाती साहू (एमएससी द्वितीय सेमेस्टर) रहे।