भिलाई। वैसे तो कोई हमें ज्ञान दे तो हमें अच्छा नहीं लगता। पर यही ज्ञान जब छोटे-छोटे बच्चे देते हैं तो न गुस्सा होते बनता है और न ही उसे नजरअंदाज किया जा सकता है। रविवार की अलसाई सुबह कुछ ऐसा ही हुआ प्रगति नगर रिसाली के लोगों के साथ। शाश्वत संगीत अदामी के बच्चों ने घर-घर दस्तक दी और सूखा-गीला कचरा अलग-अलग करने और उसे सही रंग के डस्टबिन में डालने की सीख दे डाली। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या वे अपने घर का कचरा उनके घर डाल सकते हैं। नगर निगम भिलाई की स्वच्छता ब्रांड अम्बेसेडर सोनाली चक्रवर्ती शाश्वत संगीत अकादमी भी संचालित करती हैं। इसी अकादमी के छोटे-छोटे बच्चों ने स्वच्छता अभियान को सफल करने का बीड़ा उठाया है। लोग आज भी घर का कचरा उधर उधर फेंक रहे हैं। डस्टबिन का उपयोग सही ढंग से नहीं कर रहे हैं। खाने पीने की चीजों के रैपर की गोलियां बनाकर उसे घर से बाहर उछाल रहे हैं।
सोनाली बताती हैं कि लोगों को नए ढंग से स्वच्छता की सीख देने के लिए उन्होंने एक स्क्रिप्ट लिखा और एक शार्ट मूवी बनाने की सोची। बच्चे इसी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। बच्चे हाथों में हरा-नीला डस्टबिन लिए घर घर दस्तक देते। पूछते, ‘आंटी मैं अपने घर का कचरा आपके घर डालूं?’ लोगों को अपनी गलतियों का अहसास हो जाता और वे झेंप जाते। कुछ लोगों की नाराजगी चेहरे पर झलकती पर बच्चों से वो कुछ कह भी नहीं पाते। फिल्म का निर्देशन सोनाली ने किया है जबकि शाश्वत संगीत अकादमी की लावण्या वैद्य, कार्तिका तिवारी, अनुपमा घोषाल, पर्णिका जंघेल, अंतरा चौधरी, आरुषि आठे, अयाति बिजोरिया, विश्वजीत शर्मा, अनिरुद्ध पटेरिया, करिश्मा, याशी मौर्य एवं हर्षित राय ने अभिनय किया है। सिनेमैटोग्राफर की भूमिका विक्रम मिश्रा ने निभाई। सावित्री जंघेल, सुमित्रा मौर्य, माधुरी बिजोरिया, एल अन्नू, प्रभा नायर आदि ने सहयोग किया।