भिलाई। एमजे कालेज में आज एमजे कॉलेज आॅफ नर्सिंग द्वारा वर्ल्ड ‘नो टोबैको डे’ के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। संस्था की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने कहा कि चीन के बाद भारत तम्बाकू के उपभोग एवं तम्बाकू जनित रोगों में दूसरे स्थान पर है। यदि आज हम यह संकल्प लें कि स्वयं तम्बाकू छोड़ेंगे और किसी एक को तम्बाकू छोड़ने के लिए प्रेरित करेंगे तो यह समाज के प्रति एक बड़ा योगदान होगा।श्रीमती विरुलकर ने कहा कि भारत एक विशाल देश है। हम सभी कार्य शासन पर नहीं छोड़ सकते। कुछ जिम्मेदारियां हमें स्वयं भी उठानी चाहिए। तम्बाकू एवं शराब जैसे व्यसन न केवल हमें व्यक्तिगत तौर पर नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि हमारे परिवार एवं परिवेष को भी प्रभावित करते हैं। इसलिए हममें से प्रत्येक व्यक्ति की यह जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने आसपास इसके खिलाफ जागरूकता फैलाएं। उन्होंने सभी प्राध्यापकों से कहा कि वे कक्षा के अंतिम पांच मिनटों का उपयोग सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जनजागरण करने के लिए करें।
नर्सिंग कालेज की श्रीमती अमुथा वी ने तम्बाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों का जिक्र करते हुए तम्बाकू उपयोग की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। नर्सिंग कालेज की वाइस प्रिंसिपल सिजी थॉमस ने अपेक्षा जताई कि शासन तम्बाकू के किसी भी रूप में सेवन को हतोत्साहित करने के लिए और कदम उठाएगी।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ कुबेर गुरुपंच ने तम्बाकू सहित अन्य नशीले पदार्थों के लगातार बढ़ते उपयोग पर चिंता जताते हुए कहा कि इसका व्यापक प्रभाव देश के सामाजिक, स्वास्थ्य एवं आर्थिक दशा पर पड़ता है। शासन को व्यसनों के खिलाफ कड़े कदम उठाने होंगे। इस अवसर पर डॉ श्वेता भाटिया, डॉ जेपी कन्नौजे, श्रीमती अर्चना त्रिपाठी, श्रीमती शकुन्तला जलकारे, मीना रायचौधरी, टीना बाबू, वीके चौबे, पंकज सिन्हा सहित नर्सिंग की छात्राएं उपस्थित थीं।