भिलाई। एक प्रतिष्ठित संरक्षणवादी परिवार की बहू बनने के बाद कभी सोचा नहीं था कि मंच पर या रुपहले पर्दे का सफर पूरा होगा। पर सासू माँ ने मां की तरह न केवल प्यार और दुलार दिया बल्कि अपनी बहू के सपनों को साकार करने में भी जुट गर्इं। यह कहना है कि अभिनेत्री चंचल साहू का। वे कहती हैं कि सास के प्रोत्साहन एवं पति की सहमति से ही वे इस क्षेत्र में आई हैं। चंचल बताती है कि आर्टकॉम ने नेहरू नगर में उनके घर के पास ही एक कला शिविर लगाया था। प्रसिद्ध निर्देशक शिवदास घोडके ने इस कार्यशाला मेें घरेलू महिलाओं एवं बच्चों को एक्टिंग की तालीम दी। इस शिविर से आत्मविश्वास तो बढ़ा ही, अभिनय की बारीकियां भी सीखीं। आर्टकॉम के निर्देशक निशु पाण्डेय ने इसके बाद भी अवसर दिए। दिनेश वस्त्र भंडार के लिए मॉडलिंग करने का मौका मिला। फिर सितम्बर 2016 में ‘लगन मोर सजन’, नवम्बर 2017 में ‘लालसा एक बेटे की’, नवम्बर 2017 में ही ‘पिन्नी’ में काम करने का मौका मिला। यह एक शार्ट फिल्म है जिसका निर्देशन पवन गुप्ता ने किया है। पिन्नी की डबिंग अभी बाकी है। इसके बाद अप्रैल 2018 में छत्तीसगढ़ का बड़ा बैनर मिला। किसानों की हालत और बच्चों की सहकारिता पर बनी फिल्म ‘अतरंगी’ में वे मुख्य भूमिका में हैं। इसमें प्रतिष्ठित कलाकार योगेश अग्रवाल के अपोजित उन्हें कास्ट किया गया है। फिल्म में भिलाई के डीपीएस, डीएवी, जैसे नामचीन स्कूलों के बच्चे काम कर रहे हैं। फिल्म की शूटिंग अभी जारी है। उन्हें इस फिल्म से काफी उम्मीदें हैं। इस फिल्म का निर्देशन मंजे हुए निर्देशक पवन गुप्ता कर रहे हैं।