भिलाई। किसी का जीवन बचाने के लिए रक्त कितना महत्चपूर्ण होता है यह तो सभी जानते हैं लेकिन ऐसा कोई रक्त समूह जिसका मिलना मुश्किल हो तो क्या होगा। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल डॉ भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल में आया। चार साल की एक मासूम का आॅपरेशन होना था और इसका ब्लड ग्रुप बेहद ही दुर्लभ बांबे रक्त समूह था। ऐसे में छत्तीसगढ़ ब्लड डोनर फाउंडेशन के संपर्क में मासूम के परिजन आए और फाउंडेशन ने उन्हें बांबे ब्लड ग्रुप का रक्त उपलब्ध करवाया। अब एक दो दिन में मासूम का आॅपरेशन करने की बात डॉक्टरों ने कही है। डॉ अंबेडकर अस्पताल में ऐसा पहला मामला है जहां एक बच्ची को बांबे ब्लड गु्रप के रक्त की आवश्यकता पड़ी। जशपुर पत्थलगांव निवासी उक्त चार वर्षीय बच्ची एक हादसे का शिकार है। जिस वजह से उसका इलाज किया जा रहा है। इससे पहले भी बच्ची को इलाज के दौरान रक्त की आवश्यकता हुई थी, तब भी छत्तीसगढ़ ब्लड डोनर फाउंडेशन द्वारा रक्त उपल्ब्ध कराया गया था। अब जब दोबारा बच्ची को अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया तो एक बार फिर से रक्त की आवश्यकता हुई।
बच्ची को रक्त की आवश्यकता होने पर जशपुर के एसपी प्रशांत ठाकुर ने छत्तीसगढ़ ब्लड डोनर फाउंडेशन के महासचिव कीर्ति कुमार परमानंद से संपर्क किया था। इस दौरान एसपी प्रशांत ठाकुर ने बच्ची की हालत बताते हुए बांबे ग्रुप के रक्त की आवश्यकता बताई। फाउंडेशन ने रायगढ़ निवासी सतीश सिंह ठाकुर संपर्क किया। इनका रक्त बांबे ब्लड ग्रुप का है और इन्होंने तत्काल रक्तदान की सहमति दी।