भिलाई। बीएसआर सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता सिद्ध कर दी। 22 वर्षीय इस महिला ने हाल ही में एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया था और रक्तस्राव नहीं रुकने के कारण उसकी हालत चिंताजनक हो गई थी। अंतत: वह बीएसआर सुपरस्पेशालिटी पहुंची जहां उसकी जान बचा ली गई। रुकमणी साहू प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भर्ती हुई थी। प्रसव पूर्व जांच में जटिलताओं के उभरने के बाद उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। इसी अस्पताल में पिछले मंगलवार को महिला ने सिजेरियन सेक्शन से एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। पर देर रात महिला की हालत बिगड़ गई। रक्तस्राव रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था। हालत बिगड़ती देखकर उक्त नर्सिंग होम ने उन्हें मरीज को किसी बड़े अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। मरीज को लेकर उनके परिजनों ने अनेक अस्पतालों के चक्कर काटे। फिर एम्बुलेंस वाले की सलाह पर ही उसे बीएसआर सुपरस्पेशालिटी अस्पताल ले कर आए।
जब मरीज यहां लाई गई तो उसके शरीर में बमुश्किल 3-4 ग्राम रक्त शेष बचा था। उसे तत्काल रक्त चढ़ाना शुरू किया गया। 6-7 यूनिट खून चढ़ाने के साथ ही रक्तस्राव रोकने का प्रबंध किया गया। मरीज को पीलिया भी हो गया था। गायनेकोलॉजिस्ट और वरिष्ठ मेडिसिन विशेषज्ञ की देखरेख में उसे हायर एंटीबायोटिक्स दिए गए और मरीज दूसरे दिन सुबह ही उठकर बैठ गई। तीन दिन उसे आईसीयू में रखा गया और फिर वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। छह दिन के इलाज के बाद जब मरीज के सभी पैरामीटर्स सही आ गए तो उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।