भिलाई। रूंगटा कॉलेज आॅफ फार्मास्यूटीकल्स साइंसेस एण्ड रिसर्च (आरसीपीएसआर) के एम.फार्मा. (फार्मास्यूटीक्स) के छात्र पंकज कुमार साहू को फार्मा सेक्टर की प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल कंपनी वोकाडर्््फ, मुम्बई में उसकी इंडस्टियल ट्रेनिंग के पश्चात वी-एन्श्योर फार्मा टेक्नालॉजीस प्रायवेट लिमिटेड द्वारा इंटरव्यू कर रिसर्च एसोसियेट – फॉर्मूलेशन रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट के पद पर चयनित किया गया। उल्लेखनीय है कि आरसीपीएसआर से एफ. फार्मा कोर्स करने के दौरान ही पंकज एवं उनके सहपाठियों ने कुल 14 रिसर्च पब्लिकेशन्स करवा लिये थे जिसका उन्हें रिसर्च साइंटिस्ट के रूप में नियुक्ति हेतु विशेष लाभ मिला। इसके अलावा कॉलेज के ही एम.फार्मा कोर्स की इसी बैच के तीन अन्य स्टूडेंट्स ने देश के प्रतिष्ठित शोध संस्थान सीएसआईआर, पुणे स्थित लेबॉरट्री से अपनी ट्रेनिंग कर रहे हैं। इसी संस्था में इन स्टूडेंट्स की पीएच.डी. हेतु भी रास्ते खुल गये हैं। आरसीपीएसआर के स्टूडेंट्स को विभिन्न नेशनल तथा मल्टीनेशनल फार्मा कंपनियों में रिसर्च ट्रेनिंग कराई जाती है जिसके माध्यम से उन्हें भरपूर अनुभव तथा ज्ञान प्राप्त हो रहा है।
डायरेक्टर एफ एण्ड ए सोनल रूंगटा ने बताया कि रूंगटा कॉलेज आॅफ फार्मास्यूटीकल्स साइंसेस एण्ड रिसर्च को भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा देश के चुनिंदा कॉलेजों की एनआईआरएफ रैंकिंग में लगातार दूसरे वर्ष 75-100 बैण्ड में रखा गया है। राज्य से यह इकलौता निजी कॉलेज है जिसे एनआईआरएफ रैंकिंग में इस वर्ष स्थान मिला है। वतर्मान में फार्मेसी के क्षेत्र में लगातार हो रही ग्रोथ से रोजगार की असीम संभावनायें दिख रही हैं। आरसीपीएसआर के स्टूडेंट्स अपने उल्लेखनीय शोध कार्यों की वजह से विगत तीन वर्षों से निरंतर सीएसआईआर, पुणे जैसे देश के प्रतिष्ठित शोध संस्थान में रिसर्च ट्रेनिंग हेतु चयनित हो रहे हैं। इस शोध संस्थान में रिसर्च के दौरान प्राप्त अनुभव तथा रिसर्च हेतु प्रयुक्त होने वाले अत्याधुनिक उपकरणों के उपयोग से वे रिसर्च क्षेत्र के लिये परिपक्व हो जाते हैं तथा इससे फार्मा इंडस्ट्री में सरलता से जॉब प्राप्त हो जाते हैं। आरसीपीएसआर के प्रिंसिपल डॉ. डी.के. त्रिपाठी ने बताया कि आरसीपीएसआर देश के फार्मेसी के प्रमुख शोध संस्थानों के रूप में उभरकर सामने आया है, यह कॉलेज साइंटिफिक एण्ड इंडस्ट्रियल रिसर्च आॅगर्नाइजेशन (सीरो) का मान्यताप्राप्त शोध केन्द्र है। इसके अलावा डिपाटर्मेंट आॅफ साइंस एण्ड इंडस्ट्रियल रिसर्च (डीएसआईआर) नई दिल्ली के 4 रिसर्च प्रोजेक्ट्स तथा सीजीकॉस्ट, रायपुर के 2 रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर कार्य चल रहा है वहीं सीजीकॉस्ट का एक रिसर्च प्रोजेक्ट पूर्ण किया जा चुका है, पेटेंट के क्षेत्र में भी कॉलेज ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की हुई है तथा वतर्मान में 5 पेटेंट फाईल किये हुए हैं। वाइस प्रिंसिपल डॉ. एजाजुद्दीन के अनुसार यह कॉलेज डि.फार्मा, बी.फार्मा तथा एम.फार्मा कोर्सेस का सफलतापूर्वक संचालन करते हुए आज फार्मेसी की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का पर्याय बन चुका है। स्टूडेंट्स के कैम्पस प्लेसमेंट में भी कॉलेज ने विशेष उपलब्धि हासिल की हुई है तथा यहां के बहुत से स्टूडेंट्स नेशनल, मल्टीनेशनल फार्मा कंपनियों तथा शोध संस्थानों में प्लेस्ड हैं। विद्याथिर्यों को कॉलेज में उपलब्ध उत्कृष्ट एकेडमिक एनवायरन्मेंट तथा रिसर्च एक्टीविटिज का निरंतर लाभ मिल रहा है।
इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए संतोष रूंगटा समूह के चेयरमेन संतोष रूंगटा, डायरेक्टर टेक्निकल डॉ. सौरभ रूंगटा, डायरेक्टर एफ एण्ड ए सोनल रूंगटा, प्रिंसिपल आरसीपीएसआर डॉ. डी. के. त्रिपाठी, वाइस प्रिंसिपल डॉ. एजाजुद्दीन, वरिष्ठ फैकल्टी मेम्बर्स डॉ. कार्तिक नखाते, डॉ. अमित अलेक्जे़ण्डर तथा मुकेश शर्मा सहित समस्त फैकल्टी मेम्बर्स तथा स्टाफ ने शुभकामनायें दी हैं।
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