दुर्ग। छत्रपति शिवाजी इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नालाजी में चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागृह में महाविद्यालय के सभी विद्यार्थी एवं स्टाफ मेम्बर्स के लिये योग एवं मेडिटेशन सेशन आयोजित किया गया। महाविद्यालय के सीआरएम एवं हेल्थ काउंसलर राजीव नायर ने बताया कि आयुष मंत्रालय भारत सरकार से प्राप्त प्रोटोकॉल के अनुरूप कार्यक्रम की रूपरेखा रखी गई जिसमें विभिन्न आसन, प्राणायाम, मुद्राएं, सूर्य नमस्कार एवं मेडिटेशन कराया गया। कार्यक्रम की शुरूआत सुखासन अर्धपद्मासन, पद्मासन के साथ ध्यानमुद्रा में बैठने की विधि एवं वज्रासन में बैठने की विधि बताई गई। तत्पश्चात ओम् के उच्चारण की शैली को प्रयोग करके ओंकार क्रिया के साथ इस सेशन की शुरूआत की गई। जिसके उपरान्त विभिन्न आसनों जैसे ताड़ासन, वृक्षासन, मंडुकासन, शलभासन, धनुरासन, नौकासन एवं अन्य आसनों को सहज तरीके से प्रयोग करके बताया गया। अगली कड़ी में प्राणायाम में भस्त्रिका, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, बाह्य प्राणायाम एवं भ्रामरी प्राणायाम तथा मंत्रोच्चार के साथ सूर्य नमस्कार आसन कराया गया साथ ही साथ इन योग एवं आसनों से होने वाले लाभ के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफेसर, स्टाफ मेम्बर्स, विद्यार्थीगण विशेषकर हॉस्टलर्स एवं आसपास के लोगों ने पूरे जोश एवं उमंग के साथ योगा किया। संस्था के चेयरमेन अजय प्रकाश वर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग और मेडिटेशन स्वस्थ एवं सफल जीवन की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। भारत की इस पुरातन धरोहर को सभी को अपने दैनिक दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। संस्था के डायरेक्टर डॉ. अनुराग वर्मा ने कहा कि छत्रपति शिवाजी इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी पूरे राज्य का प्रथम महाविद्यालय है जहां पर एकाडेमिक क्रियाकलापों के अलावा सभी स्टाफ मेम्बर एवं छात्र छात्राओं के लिए मेडिटेशन क्लास को अनिवार्य किया गया है।