भिलाई। बीएसआर सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल में एक 54 वर्षीय महिला के दोनों घुटनों को बदलने की सफल सर्जरी की गई। नागपुर की इस महिला के घुटनों में पिछले 20 सालों से तकलीफ थी। इसी अवस्था में उन्होंने वैष्णो देवी, बद्रीनाथ, केदारनाथ सहित देश विदेश की यात्राएं कर ली थीं। अस्थि रोग एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट विशेषज्ञ डॉ. सुहास गुलाबराव कामडी ने बताया कि मरीज श्रीमती पुष्पा प्रकाश कालवण्डे के दोनों घुटने बुरी तरह घिस चुके थे। ज्वाइंट एवं स्पाइन सर्जरी के क्षेत्र में 2 वर्ष यूएस तथा तीन वर्ष अफ्रीका के अबूजा में काम कर चुके डॉ सुहास ने बताया कि महिला के घुटने ग्रेड-4 डीजनरेशन की स्थिति में आ चुके थे। उन्हें चलने फिरने, यहां तक कि उठने बैठने में भी तकलीफ थी। ऐसी स्थिति में घुटनों को बदलना ही एकमात्र विकल्प था। पूरी जांच के बाद हमने घुटने के जोड़ों को बदलने का फैसला किया। एएसए ग्रेडिंग पर महिला को फिट पाया गया। इसलिए हमने दोनों जोड़ों का प्रत्यारोपण एक ही सिटिंग में कर दिया।
21 जून को सर्जरी की गई। महिला के दोनों घुटने बदल दिए गए। सर्जरी के दूसरे ही दिन महिला को खड़ा कर दिया गया। तीसरे दिन उन्होंने पहले बार अपने नए घुटनों के साथ वॉकर के सहारे चहलकदमी की। अब वे स्वयं उठकर आराम से वॉकर के सहारे चल फिर रही हैं।
डॉ सुहास ने बताया कि लंबे समय तक खराब घुटनों के साथ जीने के कारण उन्हें अपनी मांसपेशियों को वापस काम पर लगाने के लिए कुछ समय लगेगा। सर्जरी पूरी तरह सफल रही है। पर्यटन की शौकीन श्रीमती पुष्पा अब नए सिरे से दुनिया की सैर कर सकेंगी।
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