भिलाई। प्रदेश कांग्रेस के पूर्वसचिव महेश जायसवाल ने छत्तीसगढ़ में कार्यरत अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए तत्काल कानून बनाए जाने की मांग शासन से की है। वे मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ता सुरक्षा कानून बनाए जाने पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। श्री जायसवाल ने कहा कि अधिवक्ता अकसर दो पाटों के बीच फंसे होते हैं। बड़े और नामचीन अपराधियों तथा रसूखदारों के खिलाफ आम आदमी की पैरवी करने वाले वकीलों को धमकियां मिलना, उनके साथ धक्का मुक्की होने जैसी घटनाएं होती रहती हैं। प्रदेश में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। श्री जायसवाल ने कहा कि यदि अधिवक्ता खुलकर काम नहीं कर पाएंगे तो सबको न्याय मिलने का सपना केवल सपना ही बनकर रह जाएगा।