रायपुर। छत्तीसगढ़ में नये आईडिया वाले स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने स्टार्टअप यात्रा शुरू की है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में स्टार्ट अप छत्तीसगढ़ यात्रा का शुभारंभ किया गया। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल ने योजना के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष हाइटेक वाहन को जिलों के लिए रवाना किया। स्टार्ट अप योजना के लिए सरकार ने कालेजों में प्रतियोगिता का आयोजन किया था, जिसमें 3800 से ज्यादा नये आइडिया आए। इनमें से 125 सर्वश्रेष्ठ आइडिया का चयन करके स्टार्ट अप इंडिया में पंजीकृत कर लिया गया है।स्टार्ट-अप गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राजधानी के पंडरी में एक सर्वसुविधा युक्त केन्द्र भी बनाया गया है। सरकार नये उद्यमियों को काम करने के लिए कार्यालय, विपणन, केपिटल आदि जरूरत की चीजें उपलब्ध करा रही है। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह ने कहा कि पिछले 4-5 सालों में आईटी सेक्टर ने बड़ी तेजी से प्रगति की है। आज छत्तीसगढ़ में 50-60 आइटी उद्योग की यूनिट आ चुकी हैं। इनमें लगभग 600 करोड़ का निवेश हो चुका है। आइटी सेक्टर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करने की संभावना होती है। जबकि पावर सेक्टर में रोजगार की संभावना अपेक्षाकृत बहुत कम होती है। नया रायपुर को आइटी हब के तौर पर विकसित किया गया है। छत्तीसगढ़ का कोई भी युवा बिल गेट्स की तरह उभर सकता है।
उन्होंने व्ही वर्ग की कामयाबी का उदाहरण देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में अनेक ऐसी चीजें और परम्पराएं हैं, जिनसे प्रेरणा लेकर नई कम्पनियां बनाई जा सकती हैं। सिंह ने कामयाबी के लिए 4-सी कांसेप्ट को जरूरी बताया।