भिलाई। केन्द्रीय कारागार की उप अधीक्षक श्रीमती एस शोभारानी ने आज कहा कि यदि हमारे मित्र दुखी हों तो हम अकेले खुश नहीं हो सकते। महिला समाज की सदस्यों को देखकर उन्हें बुन्टू संस्कृति के बारे में पढ़ी गई बातें याद आ गईं। शोभारानी यहां नेहरू सांस्कृतिक भवन में आयोजित भिलाई महिला समाज के 61वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष चलित वैजयन्ती पर कब्जा जमाने वाली स्मृति नगर इकाई की खुशी देखकर उन्हें उबन्टू संस्कृति की याद आ गई।ज्योति स्कूल चरोदा और कुम्हारी से स्कूली तथा भिलाई से महाविद्यालयीन शिक्षा पूरी करने वाली शोभारानी कहा कि एक बार एक मानव विज्ञानी अफ्रीका के उबन्टू वनवासियों का अध्ययन कर रहे थे। उन्होंने बहुत सारे उबन्टू बच्चों को इकट्ठा किया और एक टोकरी मिठाई उनसे कुछ दूर रख दिया। उन्होंने कहा कि जो बच्चा पहले दौड़ कर टोकरी तक पहुंचेगा, सारी मिठाई उसकी। जैसे ही उन्होंने दौड़ शुरू करने के लिए कहा, सभी बच्चों ने एक दूसरे का हाथ थाम लिया और साथ दौड़ते हुए टोकरी तक पहुंचे। जब शोधार्थी ने इसका कारण पूछा तो बच्चों ने उन्हें बताया कि यह उबन्टू संस्कृति है। यदि कोई अकेले मिठाई खा रहा होता और बाकी बच्चे दुखी होकर उसे देखते तो वह भी खुश नहीं रह पाता।
उन्होंने कहा कि उम्र के इस पड़ाव में इन महिलाओं का जोश देखकर उन्हें अपने कालेज के दिनों की याद आ गई। उन्होंने कहा कि 61 वर्ष में दो पीढ़ियां गुजर जाती हैं। इनकी थाती के साथ आज महिला समाज समृद्ध है। इन दो पीढ़ियों ने सामूहिक चेतना ‘मैं हूं, क्योंकि हम हैं’ को चरितार्थ किया है।
इससे पूर्व समारोह को संबोधित करते हुए ईडी एमएम श्रीमती रीता बनर्जी ने महिला समाज को 61 वर्ष की लंबी यात्रा पूरी करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि इतने लंबे समय तक टिके रहना अपने आप में बेहद चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि भिलाई महिला समाज द्वारा एक पेट्रोल पंप का भी संचालन किया जाता है।
भिलाई महिला समाज की अध्यक्ष श्रीमती एम मणि ने इस अवसर पर कहा कि भिलाई महिला समाज की इकाइयां कमजोर आय वर्ग की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लगातार काम कर रही हैं। हम अपने आरंभिक दिनों से कामिर्कों के लिए सेफ्टी ग्लव्स बना रहे हैं। सिलाई कढ़ाई इकाइयों में वस्त्र निर्माण होता है। हमारी मसाला इकाई के उत्पादों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। हम एक पेट्रोल पंप का संचालन करते हैं। बीएमएस के 10 क्लब सेक्टरों, आसपास की कालोनियों के साथ ही नंदिनी और दल्ली राजहरा में भी संचालित हैं।
महासचिव सुषमा शर्मा ने क्लब का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। मंच पर उपाध्यक्ष सुप्रभा दास, कोषाध्यक्ष संगीता विश्वकर्मा एवं अतिरिक्त उपाध्यक्ष अम्बिका नायक उपस्थित थीं।
सत्र का सुन्दर संचालन अनिता कर्मडकर ने किया। इस वर्ष की चल वैजयन्ती स्मृति नगर क्लब को प्रदान किया गया। ट्रॉफी के साथ स्मृति नगर क्लब की महिलाओं ने मंच पर ही जश्न मनाया।