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डेंगू से बचाने बीएसपी ने अलग किया विभाग, सेवानिवृत्त कर्मी भी कर रहे हैं सेवा

Aug 22, 2018

JLN Hospital & Research Centre Bhilaiभिलाई। हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन सीटू ने बताया कि डेंगू जैसे आपदा की स्थिति में सेक्टर 9 अस्पताल ने दिन रात युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए परिस्थितियों को संभाल लिया। अस्पताल का पूरा स्टाफ डेंगू मरीजों के इलाज के लिए तेजी से कार्य कर रहा है। सीटू ने कहा की इस आपदा की स्थिति में सेक्टर-9 का प्रयास अपने आप में एक मिसाल है। हमें अपने अस्पताल पर गर्व है। सीटू नेता अशोक खातरकर ने बताया कि डेंगू के विकराल रूप लेते ही अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल से सेवानिवृत्त हुए कई टेक्नीशियंस नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य को भी सेवाएं देने का आग्रह किया जिस पर सेवानिवृत्त अस्पताल कर्मी विशेष रूप से अस्पताल को अपनी सेवाएं दे रहे हैं।सीटू सचिव वी.एस.राजपूत ने बताया कि डेंगू के मरीजों के प्लेटलेट्स गिरने की बात आम होती है एवं हर मरीज के प्लेटलेट पर हर दूसरे से तीसरे दिन ब्लड सैंपल टेस्ट करके नजर रखना होता है। अभी सेक्टर 9 अस्पताल के हीमेटोलोजी डिपार्टमेंट में हर दिन लगभग 800 से ज्यादा ब्लड सैंपल को प्लेटलेट्स चेकिंग के लिए लगाया जा रहा है। एक सैंपल टेस्ट करने में लगभग डेढ़ मिनट समय लगता है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है की 800 सैंपल टेस्ट करने मैं कितना समय लगता होगा।
सीटू नेता महावीर प्रसाद ने बताया कि 1 से 2 दिन बुखार में रहने वाले सभी मरीज डेंगू की आशंका के मद्देनजर सेक्टर 9 में डेंगू टेस्ट कराने लगातार आ रहे हैं। इससे अस्पताल तथा लैब पर कई गुना दबाब बढ़ गया है। हर मरीज का टेस्ट के लिए ब्लड निकालने के बाद उसे जांच करके माइक्रो बायोलॉजीविभाग को रिपोर्ट देने में लगभग 3से 4घंटे लग जाते हैं, अर्थात 4 से 5 घंटे के भीतर मरीज के डेंगू होने या ना होने की पुष्टि की जा रही है। हर रोज लगभग तीन सौ सेम्पल टेस्ट हो रहे हैं। पूरे सेक्टर 9 का स्टाफ चाहे वह अटेंडेंट हो, ब्लड बैंक कर्मी हो, लैब तकनीशियन हो, नर्स हो या डॉक्टर हो सभी पूरे जी जान से इस काम में लगे हुए है।
सीटू नेता अनिल शेखर ने बताया कि डेंगू मरीजों के शरीर में बहने वाले खून में मौजूद प्लेटलेट्स गिरने लगता है एवं कभी कभी मरीज के शरीर में ब्लीडिंग भी हो सकती है। इन सभी परिस्थितियों में मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाना होता है। एक मरीज को 24 घंटे के अंदर 200 से 300 मिलीलीटर प्लेटलेट्स चढ़ाया जाता है। ज्ञातव्य हो कि एक व्यक्ति से रक्तदान के दौरान लिए गए 250 मिलीलीटर ब्लड में मात्र 50 मिलीलीटर ही प्लेटलेट्स निकलता है अर्थात एक मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए 4 से 6 व्यक्तियों के द्वारा रक्तदान किया जाना आवश्यक होता है। अत: सीटू ने अपील की है कि हर स्वस्थ व्यक्ति जो रक्त दान करना चाहता है, अवश्य ही रक्तदान करें ताकि सभी जरूरतमंदों को रक्त के कंपोनेंट्स देकर उनकी जान बचाई जा सके।
सीटू नेता रविशंकर ने बताया कि यूनियन के संज्ञान में यह बात आई है कि सरकारी ऐलान के बाद कुछ लोगों ने सेक्टर 9 द्वारा प्लेटलेट्स के लिए रक्त को जमा करवाने की बात को लेकर शिकायत की है क्योंकि सरकारी फरमान में इस बात को कहा गया था कि जिस भी मरीज को प्लेटलेट्स की आवश्यकता होगी उसे तुरंत उपलब्ध करवाया जाएगा। सीटू उन सभी लोगों से यह अपील करता है कि वे यथा संभव ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करें।
डेंगू के लिए अलग यूनिट बनाना अद्वितीय कदम-हेमंत जगम
सीटू सचिव हेमंत जगम ने बताया कि डेंगू के महामारी जैसी स्थिति को देखते हुए सेक्टर 9 अस्पताल में कैजुअल्टी के पास कैश काउंटर के बगल में बुखार से आने वाले मरीजों को जांच करने के लिए अलग से केंद्र खोला गया है। साथ ही बुखार के सभी मरीजों के ब्लड सैंपल को निकालकर डेंगू एवं प्लेटलेट्स की जांच करने के लिए ब्लड कलेक्शन हेतु भी कैजुअल्टी के पास ही अलग से कलेक्शन सेंटर चालू किया गया है। ये दोनों ही सेंटर इस आपदा की स्थिति में खोलना अपने आप में एक अद्वितीय और सराहनीय कदम है। अस्पताल प्रबंधन की इस मानवीय पहल से न सिर्फ मरीजों को राहत मिलेगी बल्कि डेंगू की रोकथाम में भी मदद होगी।
ब्लड बैंक का खुलना सबसे बड़ी राहत- अली अकबर
सीटू नेता अली अकबर ने कहा की पिछले दिनों ब्लड बैंक के ऊपर में जो गाज गिरी थी एवं 4 महीने के लिए ब्लड बैंक को बंद करने का आदेश जारी हुआ था। इसके पश्चात सीटू सहित लगभग सभी ट्रेड यूनियन एवं आॅफिस एसोसिएशन संगठित होकर ब्लड बैंक को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए मुहिम और आंदोलनात्मक कायर्वाहियां की थी। जिसके चलते ब्लड बैंक को 30 दिन में ही चालू करना पड़ा था। यदि ब्लड बैंक उस समय नहीं खुला होता तो अभी बहुत से मरीजों को गंभीर परिस्थितियों से गुजरना पड़ता, क्योंकि ब्लड बैंक के द्वारा 1 दिन में लगभग 50 रक्तदाताओं से रक्त लेकर प्लेटलेट सहित विभिन्न ब्लड के कंपोनेंट्स बनाए जा रहे हैं जो डेंगू से पीड़ित होकर आ रहे मरीजों के जीवन को बचाने के लिए सबसे बड़ा मददगार साबित हो रहा है।
सीटू नेता टी जोगाराव ने कहा है कि सेक्टर 9 अस्पताल में कार्य कर रहे डॉक्टर नर्स टेक्नीशियन फार्मेसिस्ट पैरामेडिकल स्टाफ सहित अटेंडेंस एवं अन्य अभी सहयोगी कर्मी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन परिस्थितियों में मरीजों की जान बचाने के लिए मेडिकल स्टाफ द्वारा जो कार्य किया जा रहा है वह काम सही में अद्वितीय है। पूरी संयंत्र बिरादरी के साथ साथ पूरे टाउनशिप और आसपास के क्षेत्र की जनता की और से सीटू पूरे सेक्टर 9 अस्पताल का आभार व्यक्त करता है।

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