भिलाई। क्रिश्चियन कॉलेज आॅफ इंजिनियरिंग एण्ड टेक्नोंलॉजी, भिलाई के इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड टेलीकम्यूनिकेशन इंजिनियरिंग विभाग के द्वारा मौजूदा इंडस्ट्रीयल ट्रेन्ड एवं ईनोवेशन से छात्रों को अवगत कराने के लिए आटोमेशन एवं नेटवर्किंग विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें आटोमेशन टेक्नोलॉजिस भिलाई के मैनेजर तनवीर अशरफ को अतिथि व्याख्याता के रूप में आमंत्रित किया गया। इस व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य आटोमेशन एवं कम्प्यूटर नेटवर्किंग के क्षेत्र में बढ़ते रोजगार के अवसरों एवं इसकी आवश्यकताओं से छात्रों को अवगत कराना था। इस अतिथि व्याख्यान के समन्वयक विभाग के सहायक प्रोफेसर आबिद खान थे। इसी क्रम में इलेक्ट्रीकल इंजिनियरिंग विभाग के द्वारा यसकावा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के ड्राइव एवं मोशन कंट्रोल डिविजन के क्षेत्रीय मैनेजर चन्द्रभान चन्द्राकर को आमंत्रित किया गया। इस व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य इंडस्ट्री की आवश्यकताओं एवं अद्यातन तकनीकी से छात्रों को अवगत कराना था। इस अतिथि व्याख्यान का शीर्षक वेरियेबल फ्रिक्वेन्सी ड्राइव (व्हीएफडी) एवं आटोमेशन इन माडर्न इंडस्ट्री था। श्री चन्द्रभान ने अपने व्याख्यान में व्हीएफडी के निर्माण एवं व्हीएफडी के महत्वपूर्ण पैरामीटर के अलावा स्टील प्लांट, सीमेन्ट प्लांट एवं टेक्स्टॉइल मिल में मार्डन इंडस्ट्रीयल आटोमेषन के प्रयोग के बारे में बताया। इस अतिथि ब्याख्यान के समन्वयक विभाग के सहायक प्रोफेसर प्रमोद वाघमारे थे।
कम्प्यूटर साइंस इंजिनियरिंग विभाग के द्वारा भी इथिकल हैंकिंग विषय पर अतिथि ब्याख्यान के लिए टेक्नो डार्क इंडिया प्रिज्म एलएलपी, भिलाई के संस्थापक एवं सीईओ लोकेष कुमार वर्मा को आमंत्रित किया गया। इस ब्याख्यान का मुख्य उद्देष्य साफ्टवेयर टूल, सपोर्ट अॉपरेटिंग सिस्टम एवं इथिकल हैंकिंग के बारे में छात्रो को जानकारी प्रदान करना था। श्री वर्मा ने भविष्य में इथिकल हैंकिंग के क्षेत्र में उपलब्ध होने वाले रोजगार के अवसरों के बारे में बताया। इस अतिथि ब्याख्यान के समन्वयक विभाग के सहायक प्रोफेसर आषीष मिषाल थे। महाविद्यालय के कायर्कारी उपाध्यक्ष फादर जोस के. वर्गीस एवं महाविद्यालय की प्राचार्या डॉं. दिपाली सोरेन ने अतिथि ब्याख्यान में उपस्थित छात्रों के कुषल मार्गदर्षन एवं सहयोग के लिए आमंत्रित सभी अतिथि ब्याख्याताओं को सहृदय धन्यवाद दिया। अतिथि ब्याख्यान के आयोजन के लिए प्राचार्या डॉं. दिपाली सोरेन ने सभी इंजिनियरिंग विभाग के प्रयासों की सराहना की।