भिलाई। नागरी लिपी परिषद नई दिल्ली एवं राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना शाखा उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में उज्जैन में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन सूचना प्रौद्योगिकी और देवनागरी लिपी विषय पर किया गया। संगोष्ठी में भारत के दस राज्यों के साहित्यकारों का सम्मान भी किया गया। संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ राज्य से डॉ. हंसा शुक्ला को ‘युवा रचनाकार सम्मान’ से सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान उनकी हिन्दी सेवा और हिन्दी रचनाओं के लिये दिया गया। डॉ. शुक्ला को यह सम्मान डॉ. मोहन गुप्त पूर्व कुलपति एवं संभागायुक्त, उज्जैन, डॉ. शैलेन्द्र कुमार शर्मा आचार्य एवं कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन तथा डॉ. प्रभु चौधरी, अध्यक्ष राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना परिषद् उज्जैन द्वारा प्रदान किया गया। डॉ. हंसा शुक्ला की इस उपलब्धि पर गंगाजली शिक्षण समिति के चेयरमेन आई.पी. मिश्रा, अध्यक्ष श्रीमती जया मिश्रा, स्वरूपानंद महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा, श्री शंकराचार्य नर्सिंग की सीओओ डॉ. मोनिशा शर्मा ने बधाई दी।