भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र का कोक ओवन बैटरी क्रमांक-1 कोल्ड रिपेयर के बाद आज 6 सितम्बर को एक बार फिर प्रारंभ हो गया। बीएसपी के इस सबसे पुरानी बैटरी को 31 जनवरी, 2017 को संधारण कार्यों के लिए ठंडा कर दिया गया था। इस बैटरी की मरम्मत के दौरान ही कोक सॉर्टिंग प्लांट-1 से कोक सॉर्टिंग प्लांट-4 द्वारा कोक कन्वेयर बेल्ट केडी-1 को जोड़ने के संवर्धन कार्य को पूरा किया गया ताकि ब्लास्ट फर्नेस क्रमांक-8 में कोक की आपूर्ति को सुनिश्चित किया जा सके जो कि वर्तमान में संबंधित स्टोरेज यार्ड से किया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि केडी-1 रूट में मरम्मत व सुधार का कार्य काफी चुनौतीपूर्ण था। चूंकि यह एक ब्राउन फील्ड प्रोजेक्ट था। इस वजह से कार्य को संपादित करने में पुराने एसपी-1 के बंकर्स व अन्य कई चुनौतीपूर्ण कार्य भिलाई की प्रोजेक्ट टीम और मेसर्स ईपीआईएल ने मेकॉन द्वारा प्रभावशाली री-इंजीनियरिंग व विस्तृत योजनाबद्ध तकनीक अपनाकर सम्पन्न किया।
यह महत्वपूर्ण कार्य सीईओ एम रवि के कुशल मार्गदर्शन व व्यक्तिगत संरक्षण के कारण विभिन्न चुनौतियों के बावजूद संभव हो पाया है। इस अवसर पर अपनी प्रसन्नता व संतोष व्यक्त करते हुए श्री रवि ने कहा कि अब धमन भट्ठी-8 को आये दिन आने वाली कोक की कमी से निजात मिलेगी और हम उसके उत्पादन को और भी ऊंचाइयों तक ले जाने में सफल होंगे।
पूरी तरह से रिफ्रेक्टरी हीटिंग वॉल, बैटरी एंकरेज, ओवन टॉप उपकरण और हीटिंग सिस्टम घटकों को बदलने के कार्य को संपादित किया गया। कोल्ड रिपेयर कार्य पूरा होने के बाद 5 सितम्बर को इसकी चार्जिंग की गई। सीईओ श्री रवि ने आज 6 सितम्बर को इस बैटरी को शुरू कर दिया।
इस अवसर पर संयंत्र के ईडी (संकार्य) पीके दाश, ईडी (परियोजनाए) एके कबी सतपथी, ईडी (सामग्री प्रबंधन) श्रीमती रीता बैनर्जी, ईडी (वित्त एवं लेखा) बीपी नायक, महाप्रबंधक (कोक ओवन एवं सीसीडी) जी एस वेंकट सुब्रमणियन एवं हाल ही में सेवानिवृत्त हुए महाप्रबध्ांक प्रभारी (आयरन) जे अर्जुन प्रसाद विशेष रूप से उपस्थित थे। इसके अलावा संयंत्र के महाप्रबंधकों एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी मौजूद थे।
विदित हो कि कोक ओवन बैटरी क्रमांक-1 को बेहतर प्रदूषण नियंत्रण सुविधाओं के साथ अपगे्रड किया गया है। जिसमें आॅनलाइन स्टैक उत्सर्जन, एसओएक्स और एनओएक्स निगरानी प्रणाली की स्थापना, हाइड्रोलिक मेन का प्रतिस्थापन, मेन चार्जिंग में स्मोकलेस के लिए स्टीम एस्पिरेशन सिस्टम और ओवन डोर्स के साथ ओवंस का डोर फ्रेम्स शामिल है। बैटरी को लगभग 38 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ निष्पादित किया गया है।