भिलाई। प्रत्येक उद्योग या उपक्रम को कुशल कार्मिकों की जरूरत होती है। इन उद्योगों अथवा उपक्रमों की सफलता में इन कुशल कार्मिक जो अपने हुनर के अनुरूप कार्य करते हैं, उनका महत्वपूर्ण योगदान रहता है। इसी हुनर को निखारने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कौशल विकास की योजना बनाई। जिसके तहत प्रदेश सरकार ने कौशल एक्ट लागू कर युवाओं को प्रशिक्षित कर रही है। हमारा देश तकनीकी क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारे देश में पहले मुगल आए फिर अंग्रेज आए, जो हमें लूट के चले गये, लेकिन अपने हुनर के दम पर हम एक बार फिर अपने पैरों पर मजबूती से खड़े हो गए हैं। उक्त उद्बोधन यंगिस्तान के चेयरपर्सन श्री मनीष पाण्डेय ने स्किल आॅन व्हील्स कार्यक्रम के तहत दिये।रूंगटा इंजीनियरिंग एवं श्री शंकराचार्य इंजीनियरिंग कालेज में आयोजित स्किल आॅन व्हील्स कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए मनीष पाण्डेय ने युवाओं से आव्हान किया कि वे अपने हुनर के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त करें और उसी क्षेत्र में दक्ष बनें। केंद्र व प्रदेश सरकार आप सभी युवाओं को ऐसा मौका दे रही है कि आप अपने मनपसंद क्षेत्र में आगे बढ़ें और भविष्य गढ़ें। आज गांवों से लेकर छोटे शहरों के युवा अपने हुनर के दम पर आगे बढ़ रहे हैं। यह हुनर ही हमारे देश की असली पहचान है। इस 135 करोड़ जनता वाले देश में हुनर की कोई कमी नहीं है लेकिन बस जरूरत है तो इसे पहचानने की। केंद्र सरकार भी स्टैण्ड अप इंडिया और मेक इन इण्डिया जैसी स्कीम लागू कर हमें मौके दे रही है। कार्यक्रम को रूंगटा कालेज के प्रमुख संतोष रूंगटा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में रूंगटा स्कील एकैडमी के प्रमुख रजत श्रीवास्तव ने बताया कि वे वर्ष 2015 से व्हीटीपी चला रहे हैं जिसमें अब तक 350 से अधिक बच्चों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जिसमें से 150 से अधिक बच्चों का प्लेसमेंट हो चुका है। इसी तरह एकेडमी द्वारा राजस्थान व त्रिपुरा में लगभग 2000 से अधिक बच्चों को प्रशिक्षण गिया जा चुका है।
स्किल आॅन व्हील्स कार्यक्रम के संयोजक नितेश सिंह ने बताया कि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार ने युवाओं की जरूरत को समझते हुए कौशल उन्नयन कार्यक्रम के तहत विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं। बावजूद इसके जानकारी के अभाव में इन योजनाओं का ज्यादा लाभ बच्चे नहीं उठा पाते। स्कील आॅन व्हील्स के माध्यम से हम प्रत्येक कालेजों में जाकर इसकी जानकारी बच्चों को दे रहे हैं। इसके अलावा उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करनेके लिए बनाए गए स्किल एक्ट की जानकारी के साथ विभिन्न सेक्टरों में दिये जाने वाले प्रशिक्षण की भी जानकारी दी जा रही है। सहसंयोजक आकाश ठाकुर ने बताया कि कौशल विकास को लेकर युवाओं में काफी सकारात्मक रवैय्या देखा जा रहा है क्योंकि पहले वे सिर्फ सामान्य विषयों की ही पढ़ाई कर पाते थे, उनके पास अपने हुनर के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त करने के ज्यादा मौके नहीं होते थे। अब यह बात पुरानी हो गई है, केंद्र व प्रदेश सरकार ने इसके लिए काफी अच्छी पहल की है।