दुर्ग। छत्रपति शिवाजी इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नालॉजी ने अपने 19 वें स्थापना दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। एक ओर जहां मेधावी छात्र – छात्राओं का सम्मान हुआ वहीं दूसरी ओर फेकेल्टी मेम्बर्स को अपने बेहतर परिणाम के लिए विभिन्न सम्मान से पुरस्कृत किया गया। सीएसआईटी के स्वामी विवेकानंद हॉल में आयोजित समारोह का शुभारंभ चेयरमेन अजय प्रकाश वर्मा, डायरेक्टर एडमिनेस्ट्रेशन राजेश देशमुख, डायरेक्टर डॉ. अनुराग वर्मा ने किया। इस अवसर पर अजय प्रकाश वर्मा ने कहा कि सीएसआईटी विगत 18 वर्षों में सीएसआईटी ने कई कीर्तिमान गढ़े हैं। सीएसआईटी की उपलब्धियों का बखान करते हुए उन्होंने कहा कि यहां अध्ययनरत विद्यार्थी अपने भाई – बहन या निकटतम रिश्तेदारों को इसी महाविद्यालय में प्रवेश दिलाते हैं इससे यह साबित होता है कि वह विद्यार्थी हमारे कॉलेज की एकेडमिक गुणवत्ता एवं अन्यान्य सुविधाओं से पूर्णत: संतुष्ट हैं। सीएसआईटी की ओर रूझान को उचित और उपयुक्त बताते हुए उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे आने के लिए अंग्रेजी कोई बड़ी चुनौती नहीं है। सीएसआईटी की टीम ने कड़ी मेहनत और लगन से संस्था को छत्तीसगढ़ के प्रमुख इंजीनियरिंग महाविद्यालयों की श्रेणी में खड़ा कर दिया है। पूरी टीम बधाई की पात्र है।
संस्था के डायरेक्टर डॉ. अनुराग वर्मा ने पिछले 18 वर्षों की उपलब्धि एवं गतिविधियों को रेखांकित करते हुए कहा कि यह समय हमारे आत्ममूल्यांकन का समय होता हैं, जिसमें हमने अब तक के सुनहरे सफर में क्या खोया और क्या पाया? डॉ. अनुराग वर्मा ने कहा हम एक नई ऊचाईयों की ओर अग्रसर होते जा रहे है। तथा अगले एक साल तक के लिए एक लक्ष्य तय कर उसे हासिल करने के लिये पूरी टीम एकजुट होकर लक्ष्य प्राप्ति के लिये कड़ी मेहनत करनी है एवं संस्था को नई उचाईयों तक लेकर जाना है। महाविद्यालय के विद्यार्थी यहां से पासआऊट हो कर बेहतरीन एकेडमिक परफॉरमेंस के साथ शासकीय, देशी विदेशी नामी कम्पनियों एवं अन्य संस्थाओं में पदस्थ होकर कॉलेज एवं राज्य का नाम रौशन कर रहे है।
डायरेक्टर डॉ. अनुराग वर्मा ने बताया कि संस्था ने विद्यार्थियों को उद्योगों के अनुरूप शिक्षा प्रदान करने के लिए देश के ख्याति प्राप्त महाविद्यालय एवं इंडस्ट्रीज के साथ एमओयू साईन किया है। जिसमें कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग पुणे, पारकर हेनिफेन, बॉस्क, ई स्प्लेनडीड एवं आॅनवर्ड टेक्नोलॉजीस लिमिटेड आदि सेन्टर आॅफ एक्सिलेंस की स्थापना की गई है। विद्यार्थियों के मानसिक तनाव को दूर करने हेतु प्रतिदिन मेडिटेशन हेतु राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त ‘मन: आरोग्यम’ काउंसलिंग सेन्टर की स्थापना की गई है।
इस अवसर पर संस्था ने इंजीनियरिंग के सभी ब्रांच के मेधावी छात्र – छात्राओं को सेमेस्टर एवं यूनिर्वसिटी टॉपर बनने पर डॉ. वाय. के. गौर स्मृति पुरस्कार एवं बेस्ट अटेन्डेंस इन क्लॉस के लिए सम्मानित किया, साथ ही साथ फेकेल्टी मेम्बर्स को पेपर प्रजेन्टेशन, बुक पब्लिकेशन एवं बेहतर परिणाम के लिए भी पुरस्कृत किया गया, सम्मान में नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र संस्था के द्वारा प्रदाय किया गया। जिसमें युनिर्वसिटी टॉपर के साथ समस्त सेमेस्टर ब्रांच टॉपर छात्रों को भी उनके पैरेन्ट्स के साथ पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
विशेष अतिथि के रूप से आमंत्रित युवा आईपीएस अधिकारी भोजराम पटेल सीएसपी दुर्ग रेंज ने अपने उद्बोधन में कहा कि इंसान को अपने सोच बड़ा रखना चाहिए, उन्हें सिर्फ अपने बारे में न सोच कर अपने माता-पिता, भाई-बहन एवं ऐसे समस्त लोगो के विषय में सोचना चाहिए जिन्होने उनके जीवन से कही न कही कभी न कभी किसी प्रकार से जुड़े हुए हो। आईपीएस श्री भोजराज पटेल के द्वारा दिये गये उद्बोधन में सीएसआईटी स्थापना दिवस के अवसर पर उपस्थित सभी अभिभावकगण, छात्र-छात्राये एवं महाविद्यालय के समस्त स्टाफ मेम्बर्स के लिए प्रेरणादायक रहा। स्वयं शिक्षक के रूप में अपना कैरियर की शुरूआत करने वाले आईपीएस भोजराम पटेल ने सीएसआईटी के सभी शिक्षकों को अपने विद्यार्थियों को टॉपर्स के श्रेणी में लाने हेतु उनकी बहुत प्रशंसा की।
स्थापना दिवस के इस अवसर पर रजिस्ट्रार राजेश वर्मा, हेड टी एण्ड पी प्रोफेसर संजय सिंग, विभाग प्रमुख प्रोफेसर संतोष शर्मा, प्रोफेसर राजेश कुमार, डॉ. विवेक चन्द्रा, डॉ. रेणु त्रिपाठी, डॉ. दीपक सिंग, डॉ. सी. एस. शर्मा, प्रोफेसर श्रीमती नीलम देवांगन, श्रीमती सोनल दानी, प्रोफेसर जी.एस. विज एवं प्रोफेसर आर.ए.मिश्रा, प्रोफेसर रजत अग्रवाल, प्रोफेसर एच. आर. चन्द्राकर, सीआरएम एवं कॉलेज के समस्त शिक्षकगण, स्टाफ व छात्र – छात्राएं, स्थानिय एवं अन्य राज्यों से आये विद्याथिर्यों के अभिभावकगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन करते हुए संस्था के रजिस्ट्रार राजेश वर्मा ने सम्मानित हुए शिक्षकगणों एवं पुरस्कृत हुए छात्र – छात्राओं को भविष्य में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापिका सुमिता सेनगुप्ता ने किया।