भिलाई। स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल में सेरेब्रल फैट एम्बॉलिज्म के एक मरीज का सफल इलाज किया गया। यह एक अत्यंत विरल चिकित्सकीय परिस्थिति है जिसमें जान को खतरा होता है। स्पर्श के इन्टेन्सिविस्ट डॉ श्रीनाथ ने बताया कि 28 वर्षीय इस युवक को पैर के जख्म के इलाज के लिए यहां लाया गया था। उसके पैर की हड्डी टूट गई थी जिसके लिए सर्जरी प्लान की जा रही थी। अस्पताल में भर्ती होने के दूसरे दिन मरीज एकाएक अचेत हो गया। हमने तत्काल उसे आईसीयू में शिफ्ट किया और मरीज की गहन जांच की गई। एमआरआई में पता चला कि हड्डी टूटने के बाद वहां से फैट का एक टुकड़ा किसी तरह मस्तिष्क में पहुंच कर वहां फंस गया है। इससे मस्तिष्क के कुछ भागों में रक्त का संचार रुक गया और मरीज अचेत हो गया। इस रुकावट को तत्काल हटाना जरूरी था क्योंकि रक्त संचार रुकने या किसी एक भाग पर दबाव पड़ने से मस्तिष्क को स्थायी नुकसान हो सकता है।
मरीज को 30 दिन आईसीयू में और 15 दिन वार्ड में रखकर उसकी चिकित्सा की गई। इस बीच डॉ दीपक वर्मा एवं डॉ संजय गोयल की टीम ने उसके पैर की टूटी हड्डी की सर्जरी कर दी। डॉ श्रीनाथ ने बताया कि मरीज की जान बचाने में स्पर्श के अत्याधुनिक आईसीयू और उन्नत मशीनों की बड़ी भूमिका रही।
क्या है सेरेब्रल फैट एम्बॉलिज्म
शरीर में कहीं भी चोट लगने के बाद यदि हड्डी टूट गई हो तो अस्थि मज्जा एवं वसा के इधर-उधर फैलने का खतरा बन जाता है। ये रक्त संचार में शामिल होकर शरीर के किसी भी दूसरे अंग में पहुंच सकते हैं। यदि वसा का यह टुकड़ा मस्तिष्क में पहुंच जाए और रुकावट पैदा करे तो उसे सेरेब्रल फैट एम्बॉलिज्म कहते हैं। यह एक बेहद रेयर मेडिकल कंडिशन है।