भिलाई। स्वरूपानंद महाविद्यालय में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा पर्यावरण संरक्षण के तहत मिट्टी के गणेश बनाने की कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रशिक्षिका श्रीमती विनिता गुप्ता के द्वारा विभिन्न संकाय के पचास विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया। महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा द्वारा इस कार्यक्रम की सराहना करते हुये कहा कि प्रकृति संरक्षण के लिये यह एक सराहनीय कदम है इससे विद्यार्थियों में जागरूकता आयेगी। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ प्रकृति संरक्षण के लिये जागरूक होना चाहिये। इस कार्यशाला से विद्यार्थियों की रचनात्मकता सामने आई।
प्रशिक्षक विनीता गुप्ता ने विद्यार्थियों से कहा कि जब भी आप मिट्टी के गणेश बनायें तो उसके अंदर एक फलदार या छायादार पौधे का बीज जरूर डालें जिससे विसर्जन के बाद सृजन की शुरूआत हो। आईक्यूएसी की प्रभारी डॉ. ज्योति उपाध्याय ने कहा कि वर्कशॉप का उद्देश्य छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना या जिससे आने वाले गणेष उत्सव में प्लास्टर आॅफ पेरिस की मूर्ति उपयोग न करके मिट्टी के गणेश बनाये जायें और घर में ही उनका विसर्जन किया जाये।