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स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में ‘गरबा नाईट’ का आयोजन

Oct 15, 2018

SSSSMV Garba Nightभिलाई। नवरात्रि शक्ति का पर्व है माँ के नौ रूपों की पूजा एवं अर्चना का पर्व है। इसमें हमारी सांस्कृतिक परंपरा झलकती है साथ ही प्रसन्नता को व्यक्त करने का सशक्त माध्यम गरबा है। इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुये स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में ‘गरबा नाईट’ का आयोजन किया गया।  इससे पूर्व महाविद्यालय में पांच दिन विद्यार्थियों को गरबा का प्रशिक्षण जसपाल सिंग नागरा, लेखराज सहारे, कृष्णा जाधव द्वारा दिया गया। श्री गंगाजली शिक्षण समिति के अध्यक्ष आईपी मिश्रा, शंकराचार्य नर्सिंग महाविद्यालय की सीओओ डॉ. मोनिशा शर्मा, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर नौ दुर्गा की पूजा अर्चना की गई। Swaroopanand Saraswati Mahavidyalayaगरबा का प्रारंभ भवानी गरबे से हुआ। चौकड़ी, छकड़ी, डांडिया, सनेरो लाल, सनेरोे आदि स्टेप में विद्यार्थियों ने जमकर गरबा व डांडिया किया। विद्यार्थियों को बेस्ट फेस, बेस्ट स्माईल, उत्कृष्ट प्रदर्शन आदि नौ आधारों पर पुरस्कृत किया गया। पुरस्कृत विद्यार्थियों के नाम इस प्रकार है:-
मिस गरबा – आकांक्षा सिंह, मिस्टर परफॉर्मर – प्रतीक, मिस डांडिया – स्नेहल, मिस्टर डांडिया – अमर चंद्राकर, बेस्ट फेस – श्रीमती सोनिया, बेस्ट स्माईल – फिरोज नेताम, लाभेष
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. स्वाती पांडेय एवं श्रीमती जया तिवारी स.प्रा. शिक्षा विभाग ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक व छात्र-छात्रायें उपस्थित हुये।
मुख्य अतिथि आईपी मिश्रा ने विद्यार्थियों के परंपरागत परिधानों की सराहना की व कहा मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं गुजरात में हूँ आप अपनी संस्कृति को जीवित रखे है यह गर्व की बात है। डॉ. मोनिशा शर्मा ने विद्याथिर्यों का हौसला बढ़ाया व कहा अगले वर्ष हम विद्याथिर्यों के लिये दस दिन का नि:शुल्क गरबा प्रशिक्षण कार्यर्शाला का आयोजन करेंगे जिसमें विद्यार्थी महाविद्यालय में ही गरबा सीख सकें व अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने विद्यार्थियों के अनुशासन की सराहना करते हुये कहा गरबा हमारे गौरवशाली भारतीय परंपरा की धरोहर है। इसमें भक्ति के साथ ऊर्जा भी है तो नृत्य की खुशी भी। विद्यार्थी इस सांस्कृतिक परंपरा को अक्षुण बनाये रखे हैं यह अत्यंत सराहनीय है।
कार्यक्रम में निर्णायक के रूप में श्रीमती ज्योति साहू, श्रीमती राजबीर कौर उपस्थित हुये।

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